देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने पहाड़ में जिला विकास प्राधिकरण खत्म किए जाने की घोषणा की है. सीएम त्रिवेंद्र रावत के मुताबिक जल्द ही इस संबंध में शासनादेश जारी किया जाएगा. कांग्रेस ने सीएम त्रिवेंद्र रावत के इस फैसले का स्वागत करते हुए इसे सीएम त्रिवेंद्र रावत की भूल का सुधार बताया है.
कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. आरपी रतूड़ी ने कहा कि पहले तो सीएम त्रिवेंद्र रावत ने जिला विकास प्राधिकरण बनाने का क्यों फैसला लिया? जबकि यह सीएम त्रिवेंद्र रावत का बिना सोचे समझे लिया गया निर्णय था. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने पहाड़ों में जिला विकास प्राधिकरण खत्म करके अपनी गलती सुधारी है. डॉक्टर रतूड़ी ने कहा कि पहाड़ों की भौगोलिक स्थिति और बिना सोचे समझे जिला विकास प्राधिकरण का गठन कर दिया गया था. उन्होंने एमडीडीए की कार्यशैली पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार को पता होना चाहिए कि देहरादून में मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण की क्या कार्यशैली रही है, इसलिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने पहाड़ी जिलों में विकास प्राधिकरण खत्म करके अपनी गलती सुधारी है.
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कांग्रेस प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी ने भी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के फैसले का स्वागत करते हुए सरकार के इस निर्णय को भूल सुधार बताया है. नवीन जोशी के मुताबिक जिला विकास प्राधिकरण के गठन से उत्तराखंड की जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अपने निजी निर्माण करने के लिए प्राधिकरण के नियमों का पालन सुनिश्चित करने में कठिनाई हो रही थी. वहीं, राज्य सरकार द्वारा विधायक चंदन राम की अध्यक्षता में गठित सात सदस्यीय विधानसभा कमेटी और पक्ष व विपक्ष के सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से जिला विकास प्राधिकरण को समाप्त करने की सिफारिश की थी, जिसके बाद भाजपा सरकार को अपना निर्णय वापस लेना पड़ा है.