देहरादून: 2022 की चुनावी तैयारी में जुटी कांग्रेस पार्टी 1971 भारत-पाक जंग की जीत के 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर पूर्व सैनिकों के सम्मान में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है. एआईसीसी के निर्देशों पर कांग्रेस पूरे भारत सैनिकों के सम्मान में इस तरह के कार्यक्रम करने जा रही है.
उत्तराखंड में भी 19 अक्टूबर को प्रदेश कांग्रेस कमेटी राजीव भवन में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है. जिसमें शहादत देने वाले बहादुर सैनिकों के परिजनों और पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया जाएगा.
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सैनिक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सेवानिवृत्त कैप्टन बलबीर रावत का कहना है कि कांग्रेस हमेशा देश के सैनिकों और पूर्व सैनिकों का मान सम्मान करती आई है. कांग्रेस से कभी भी भाजपा की तरह सैनिकों की उपलब्धियों पर राजनीतिक लाभ नहीं उठाया.
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उन्होंने कहा कि 1971 में भारत-पाक जंग में ऐतिहासिक जीत का पूरा श्रेय देश के बहादुर सैनिकों को दिया गया. इसलिए आज पूरी दुनिया भारतीय सैनिकों की बहादुरी का लोहा मानती है. सेवानिवृत्त कैप्टन बलबीर सिंह का कहना है कि भारत पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी का कृतज्ञ है कि जिनके कुशल नेतृत्व में बांग्लादेश को पाकिस्तान से अलग कर एक नया राष्ट्र के रूप में स्थापित किया था.
इसी क्रम में तत्कालीन थल सेना अध्यक्ष जनरल सैम मानेकशॉ और पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के उत्कृष्ट सैनिक प्रशिक्षण की बदौलत पाकिस्तान के 93,000 सैनिकों को हथियारों के साथ आत्मसर्पण को लिए मजबूर कर दिया था. भारत की पाक सेना पर ऐतिहासिक जीत को स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज करने का सौभाग्य हुआ.