देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 (Uttarakhand Assembly Election 2022) को लेकर राजनीतिक पार्टियों में बयानबाजी का दौर शुरू हो चुका है. कांग्रेस के बीजेपी सरकार के तीनों मुख्यमंत्रियों को नमूना बताया है. कांग्रेस का कहना है कि, बीजेपी ने पांच साल में उत्तराखंड को तीन-तीन अद्भूत नमूने दिए हैं, जिनके बारे में पांच-पांच दिन तक चर्चा की जा सकती है.
दरअसल, सोमवार (24 जनवरी) को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उत्तराखंड में कांग्रेस के चुनावी कैंपन अभियान की शुरुआत करने के साथ ही चुनावी गीत भी लॉन्च किया. इस दौरान कांग्रेस ने प्रेस वार्ता भी की. इस दौरान जहां छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी सरकार पर विकास को लेकर निशाना साधा तो वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव बल्लभ ने बीजेपी के तीनों मुख्यमंत्रियों को अद्भूत नमूना बताया.
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने गौरव बल्लभ ने कहा कि,
पिछले पांच सालों से उत्तराखंड में कैपिटल का आउट फ्लो हुआ है, इन फ्लो नहीं. ये सभी वो सरकार आंकड़ों के हिसाब से बोल रहे हैं. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उत्तराखंड को बीजेपी ने मुख्यमंत्रियों की प्रयोगशाला बना दिया है. बीजेपी में प्रदेश को पिछले सालों में तीन-तीन अद्भूत नमूने दिए हैं, जिनपर पांच-पांच दिन तक व्याखान दिया जा सकता है. ये सब आपको पता है.
बता दें कि, उत्तराखंड में बीजेपी ने पांच साल के कार्यकाल में तीन मुख्यमंत्री बदले हैं. 2017 का चुनाव जीतने के बाद बीजेपी ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया था. लेकिन त्रिवेंद्र सिंह रावत अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए और चार साल पूरे होने से कुछ दिन पहले ही त्रिवेंद्र सिंह रावत को बीजेपी ने मुख्यमंत्री पद से हटा दिया था. इसके बाद उनकी जगह तीरथ सिंह रावत को नया मुख्यमंत्री बनाया गया. तीरथ सिंह रावत भी ज्यादा दिनों तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठ पाए. बीजेपी ने चार महीने के अंदर ही तीरथ सिंह से सत्ता वापस ले ली और तीसरे सीएम के तौर पर पुष्कर सिंह धामी को कमान सौंपी.
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गौरतलब है कि बीते दिनों उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर कांग्रेस बीजेपी पर हमला करते हुए एक पोस्टर लॉन्च भी किया था, जिसमें लिखा गया था- तीन तिगड़ा काम बिगाड़ा.