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मंत्री प्रसाद नैथानी ने की टनल हादसे की हाईलेवल जांच की मांग, कंपनी को बताया जिम्मेदार

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Nov 16, 2023, 4:53 PM IST

Updated : Nov 16, 2023, 5:15 PM IST

कांग्रेस नेता मंत्री प्रसाद नैथानी उत्तरकाशी सिल्कयारा टनल हादसे के घटनास्थल पहुंचे. इस दौरान उन्होंने निर्माणदायी कंपनी पर निशाना साधा. साथ ही कांग्रेस ने उत्तरकाशी सिल्कयारा टनल हादसे को लेकर राष्ट्रपति से उच्च स्तरीय जांच कराने की बात कही है.

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सिलक्यारा पहुंचे मंत्री प्रसाद नैथानी

देहरादून: उत्तरकाशी जिले की सिलक्यारा टनल में 40 मजदूर फंसे हैं. जिन्हें सकुशल निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल हादसे के रेस्क्यू ऑपरेशन का सीएम धामी अपडेट ले रहे हैं. वहीं, कांग्रेस भी रेस्क्यू ऑपरेशन पर गंभीरता से नजर बनाये हुए हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने पार्टी के प्रतिनिधि के तौर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद मैथानी को स्थिति का जायजा लेने घटनास्थल पर भेजा है.

uttarakhand tunnel collapse:
उत्तरकाशी सिल्कयारा टनल हादसा

उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल हादसे के घटनास्थल का जायजा लेने के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद मैथानी का बयान सामने आया है. मंत्री प्रसाद नैथानी ने टनल हादसे में कंपनी की सबसे बड़ी लापरवाही बताई है. मंत्री प्रसाद नैथानी कहा कंपनी ने पैसा बचाने की जल्दबाजी में 40 श्रमिकों के जीवन को खतरे में डाल दिया है. उन्होंने कहा जो भी कंपनियां वहां कंस्ट्रक्शन कर रही हैं, वह कंपनियां प्लानिंग के बगैर काम कर रही हैं.

पढ़ें-उत्तरकाशी टनल हादसा: 100 घंटे से ज्यादा समय से फंसे हैं 40 मजदूर, आज रेस्क्यू पूरा होने की उम्मीद

मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा टनल के निर्माण के दौरान गुणवत्ता का भी ध्यान नहीं रखा गया. उस सुरंग में इससे पहले भी तीन बार मलबा गिर चुका है. चौथी बार मलबा बल्क में आ गया. जिसके कारण 40 मजदूरों की जान खतरे में फंस गई. उन्होंने कहा पहली नजर में ही टनल फीजिबल नहीं महसूस होती है, इसलिए सुरंग का दोबारा जियोलॉजिकल सर्वे किया जाना जरूरी है, अगर ऐसा नहीं होता तो इससे भी बड़ा खतरा उत्पन्न हो सकता है. उन्होंने जियोलॉजिकल सर्वे न होने तक सुरंग में खुदाई का काम बंद करने की मांग की है. उन्होंने कहा टनल की गुणवत्ता और सभी तकनीकी पहलुओं की जांच के बाद ही सुरंग में काम शुरू किया जाना चाहिए. जिससे भविष्य में दोबारा ऐसी घटना न हो. मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा इस मामले को लेकर कांग्रेस राष्ट्रपति से उच्च स्तरीय जांच का आग्रह करेगी.

देहरादून: उत्तरकाशी जिले की सिलक्यारा टनल में 40 मजदूर फंसे हैं. जिन्हें सकुशल निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल हादसे के रेस्क्यू ऑपरेशन का सीएम धामी अपडेट ले रहे हैं. वहीं, कांग्रेस भी रेस्क्यू ऑपरेशन पर गंभीरता से नजर बनाये हुए हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने पार्टी के प्रतिनिधि के तौर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद मैथानी को स्थिति का जायजा लेने घटनास्थल पर भेजा है.

uttarakhand tunnel collapse:
उत्तरकाशी सिल्कयारा टनल हादसा

उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल हादसे के घटनास्थल का जायजा लेने के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद मैथानी का बयान सामने आया है. मंत्री प्रसाद नैथानी ने टनल हादसे में कंपनी की सबसे बड़ी लापरवाही बताई है. मंत्री प्रसाद नैथानी कहा कंपनी ने पैसा बचाने की जल्दबाजी में 40 श्रमिकों के जीवन को खतरे में डाल दिया है. उन्होंने कहा जो भी कंपनियां वहां कंस्ट्रक्शन कर रही हैं, वह कंपनियां प्लानिंग के बगैर काम कर रही हैं.

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मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा टनल के निर्माण के दौरान गुणवत्ता का भी ध्यान नहीं रखा गया. उस सुरंग में इससे पहले भी तीन बार मलबा गिर चुका है. चौथी बार मलबा बल्क में आ गया. जिसके कारण 40 मजदूरों की जान खतरे में फंस गई. उन्होंने कहा पहली नजर में ही टनल फीजिबल नहीं महसूस होती है, इसलिए सुरंग का दोबारा जियोलॉजिकल सर्वे किया जाना जरूरी है, अगर ऐसा नहीं होता तो इससे भी बड़ा खतरा उत्पन्न हो सकता है. उन्होंने जियोलॉजिकल सर्वे न होने तक सुरंग में खुदाई का काम बंद करने की मांग की है. उन्होंने कहा टनल की गुणवत्ता और सभी तकनीकी पहलुओं की जांच के बाद ही सुरंग में काम शुरू किया जाना चाहिए. जिससे भविष्य में दोबारा ऐसी घटना न हो. मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा इस मामले को लेकर कांग्रेस राष्ट्रपति से उच्च स्तरीय जांच का आग्रह करेगी.

Last Updated : Nov 16, 2023, 5:15 PM IST
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