देहरादून: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित के बंगाल दौरे के बाद हुई हिंसा पर सीएम त्रिवेंद्र ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि बंगाल में जो कुछ हुआ. उसे किसी भी तरह से उचित नहीं कहा जा सकता. किसी भी पार्टी के मुखिया के साथ इस प्रकार का व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण है. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि दीदी का लोकतंत्र में विश्वास नहीं रह गया है. जो कुछ बंगाल में घटित हुआ. वो दीदी के इशारे पर हुआ है.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने बंगाल में हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. सीएम ने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से साथ भी बंगाल में दुर्व्यवहार किया गया. यह बताता है कि तृणमूल कांग्रेस हताश व निराश होने के चलते ऐसे कृत्यों पर उतर आई है. सीएम ने कहा जो कुछ बगांल में हुआ वो लोकतांत्रिक मर्यादाओं का गला घोंटने जैसा है. बंगाल में आए दिन टीएमसी के कार्यकर्ता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इशारे पर हिंसा फैला रहे हैं. पहले ममता दीदी के इशारे पर बंगाल में योगी आदित्यनाथ को प्रचार की अनुमति नहीं दी और फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो में टीएमसी के लोगों ने उपद्रव फैलाने का घृणित कार्य किया है.
सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि यह चुनाव का आखिरी चरण है और पश्चिम बंगाल में 9 सीटों में चुनाव होने हैं. जिसमें बीजेपी को बड़ी बढ़त मिल रही है. यही कारण है कि ममता दीदी इतना घबराई हुई हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को जाधवपुर में रैली करने की अनुमति नहीं दी गई, क्योंकि ममता दीदी को पता है कि रैली हुई तो उनका भतीजा अभिषेक हार जायेगा. उन्होंने कहा कि बंगाल में बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी जाती है. बीजेपी के प्रत्याशियों के काफिले पर हमला होता है, उनके पोस्टर फाड़े जाते हैं और वाहनों में तोड़फोड़ की जाती है.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि सब ममता दीदी के इशारों पर हो रहा है. वह सत्ता के अहंकार में चूर हो गई हैं. इस लोकसभा चुनाव में ममता दीदी की सियासी जमीन खिसक रही है और उन्हें इस बात का अहसास भी हो गया है कि उन्हें हार मिलेगी. इसलिए टीएमसी के लोग हिंसा पर उतारू हो गए हैं. लेकिन 23 मई के दिन हिंसा की इस राजनीति को करारा जवाब मिलेगा. बंगाल की जनता ने ठान लिया है कि ममता दीदी के कुशासन और हिटलरशाही का अंत करना है.