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विचार करने के बाद ही लागू होंगी इंटरस्टेट मूवमेंट की गाइडलाइन- CM - Interstate Movement Guideline Trivandra Government

शनिवार को इंटरस्टेट मूवमेंट के लिए गृह मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी कर दी थी. मगर दो दिन बीतने के बाद भी प्रदेश में गाइडलाइन लागू नहीं हो पाई है. इस पर स्थिति स्पष्ट करते हुए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि केंद्रीय गाइडलाइन पर विचार करने के बाद ही इस बारे में फैसला लिया जाएगा.

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विचार करने के बाद ही लागू होंगी इंटरस्टेट मूवमेंट की गाइडलाइ
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Published : Aug 24, 2020, 8:41 PM IST

Updated : Aug 24, 2020, 9:11 PM IST

देहरादून: देश में राज्यों के बीच लोगों की आवाजाही को लेकर भारत सरकार की गाइडलाइन पर त्रिवेंद्र सरकार आंख मूंदकर विश्वास नहीं करेगी. यानी केंद्रीय सचिव के राज्यों को लिखे पत्र के बावजूद सरकार अपनी स्थितियों के आधार पर ही इसका निर्णय लेगी. सोमवार को दिये गये मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान से तो कुछ ऐसा ही लगता है.

भारत सरकार के केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के पत्र के बावजूद उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार लोगों की आवाजाही को लेकर फिलहाल स्थिति तय नहीं कर पाई है. दरअसल केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर ये साफ किया था कि भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार जो गाइडलाइन तय की गई है, उसी के अनुरूप राज्य भी उसका पालन करें.

विचार करने के बाद ही लागू होंगी इंटरस्टेट मूवमेंट की गाइडलाइ

पढ़ें-संडे का आनंद लेते रहे अधिकारी, राज्य में नहीं जारी हुई इंटरस्टेट मूवमेंट गाइडलाइन

यही नहीं केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने मुख्य सचिवों के साथ जिला प्रशासन को भी पत्र लिखकर यह साफ किया था कि देश भर में एक राज्य से दूसरे राज्य जाने के लिए अब किसी भी अनुमति की आवश्यकता नहीं है. ऐसे में लोगों की आवाजाही और सेवाओं समेत सामान की एक राज्य से दूसरे राज्य में ढुलाई को लेकर भी कोई रोक नही है.

पढ़ें- देहरादून: 23 सितंबर को विधानसभा का घेराव करेंगे चिन्हित राज्य आंदोलनकारी

केंद्रीय गृह सचिव ने इन्हीं नियमों का पालन करने के लिए विभिन्न राज्यों को पत्र भेजा था. मगर चौंकाने वाली बात यह है कि अभी उत्तराखंड सरकार ने इस पत्र का अध्ययन ही नहीं किया है. यहीं नहीं केंद्रीय गृह सचिव की तरफ से दिए गए इस पत्र को न मानते हुए राज्य सरकार प्रदेश की स्थितियों के लिहाज से ही निर्णय लेने पर अडिग है.

देहरादून: देश में राज्यों के बीच लोगों की आवाजाही को लेकर भारत सरकार की गाइडलाइन पर त्रिवेंद्र सरकार आंख मूंदकर विश्वास नहीं करेगी. यानी केंद्रीय सचिव के राज्यों को लिखे पत्र के बावजूद सरकार अपनी स्थितियों के आधार पर ही इसका निर्णय लेगी. सोमवार को दिये गये मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान से तो कुछ ऐसा ही लगता है.

भारत सरकार के केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के पत्र के बावजूद उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार लोगों की आवाजाही को लेकर फिलहाल स्थिति तय नहीं कर पाई है. दरअसल केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर ये साफ किया था कि भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार जो गाइडलाइन तय की गई है, उसी के अनुरूप राज्य भी उसका पालन करें.

विचार करने के बाद ही लागू होंगी इंटरस्टेट मूवमेंट की गाइडलाइ

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यही नहीं केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने मुख्य सचिवों के साथ जिला प्रशासन को भी पत्र लिखकर यह साफ किया था कि देश भर में एक राज्य से दूसरे राज्य जाने के लिए अब किसी भी अनुमति की आवश्यकता नहीं है. ऐसे में लोगों की आवाजाही और सेवाओं समेत सामान की एक राज्य से दूसरे राज्य में ढुलाई को लेकर भी कोई रोक नही है.

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केंद्रीय गृह सचिव ने इन्हीं नियमों का पालन करने के लिए विभिन्न राज्यों को पत्र भेजा था. मगर चौंकाने वाली बात यह है कि अभी उत्तराखंड सरकार ने इस पत्र का अध्ययन ही नहीं किया है. यहीं नहीं केंद्रीय गृह सचिव की तरफ से दिए गए इस पत्र को न मानते हुए राज्य सरकार प्रदेश की स्थितियों के लिहाज से ही निर्णय लेने पर अडिग है.

Last Updated : Aug 24, 2020, 9:11 PM IST
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