देहरादून/चमोली: आज सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत चमोली के रैणी हादसे में घायल लोगों से मिलने अस्पताल पहुंचे और उनका हाल जाना. साथ ही सीएम ने घायलों को हरसंभव मदद करने की बात कही. इस आपदा पर पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत नजर बनाए हुए हैं. आपदा के दिन से ही सीएम त्रिवेंद्र रावत आपदा क्षेत्र जोशीमठ में मौजूद हैं और राहत और बचाव कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
गौर हो कि उत्तराखंड में 2013 में आई केदारनाथ आपदा के बाद एक बार 7 फरवरी को जोशीमठ में ग्लेशियर फटने से आई तबाही ने 26 लोगों की जान ले ली. वहीं, 200 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं. राहत और बचाव कार्य जारी है. जोशीमठ स्थित आईटीबीपी गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करने के बाद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रैणी हादसे में घायल लोगों से मिलने अस्पताल पहुंचे और उनका हाल जाना.
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ग्लेशियर टूटने से आया सैलाब
चमोली में ग्लेशियर टूटने से आई आपदा को लेकर हुए नुकसान का ठीक अनुमान तीसरे दिन भी नहीं लग सका है. लापता लोगों की तलाश अब भी जारी है. केंद्रीय एजेंसियों सहित एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, नेवी के गोताखोर, मार्कोस कमांडो सहित वायुसेना के चिनूक, एएन-32 और एमआई-32 हेलीकॉप्टर भी राहत-बचाव कार्य में जुटे हुए हैं.
ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट तबाह
आपको बता दें कि 7 फरवरी रविवार को सुबह करीब 10.30 बजे के आस-पास रैणी गांव के ऊपर ग्लेशियर फटा. इस हादसे में ऋषिगंगा और धौलीगंगा नदी में हिमस्खलन और बाढ़ के चलते आसपास के इलाकों में भारी तबाही देखने को मिला. वहीं, इस हादसे में ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह से तबाह हो गया.