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बजट को CM धामी ने बताया उम्मीदों से भरा, सदन में घिरे सतपाल महाराज

विधानसभा में बजट सत्र (uttarakhand assembly budget session 2022) के पहले दिन विपक्ष ने गैरसैंण में सत्र ना कराने को लेकर सरकार को घेरा. जबकि सदन में जाने से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने बजट को उम्मीदों से भरा बताया. उधर विपक्ष के सवालों का जवाब कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज नहीं दे सके.

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
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Published : Jun 14, 2022, 12:34 PM IST

Updated : Jun 14, 2022, 3:28 PM IST

देहरादून: विधानसभा में बजट सत्र (uttarakhand assembly budget session 2022) के पहले दिन की शुरुआत हो चुकी है. वहीं सदन की शुरुआत से ही विपक्ष हमलावर है. वहीं सदन में जाने से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने बजट को उम्मीदों से भरा बताया. सीएम धामी ने आगे कहा कि बजट से विकास की योजनाओं को आगे बढ़ाया जाएगा और खास बात यह है कि इस बार के बजट में जनता के सुझाव को भी शामिल किया गया है.

विधानसभा में प्रश्नकाल चल रहा है. वहीं सदन शुरू होते ही गैरसैंण में सत्र ना करवाने को लेकर विपक्ष ने सदन में हंगामा किया और सदन की कार्यवाही रोकने की मांग की. विधानसभा अध्यक्ष ने नियम-58 के तहत इस विषय को सुनने का आश्वासन दिया. वहीं इसके अलावा हरिद्वार ग्रामीण से विधायक अनुपमा रावत ने सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज को घेरा. उनके विधानसभा क्षेत्र में भूमि कटाव और कृषि भूमि को हो रहे नुकसान को लेकर जवाब मांगा. अनुपमा के सवाल पर मंत्री सतपाल महाराज (cabinet minister satpal maharaj) अपने जवाब में घिरते नजर आए.

सदन में घिरे सतपाल महाराज.

पढ़ें-Uttarakhand Budget: उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र शुरू, गैरसैंण के मुद्दे पर कांग्रेस का धरना

विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्रियों के दिए निर्देश: कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज नलकूपों और पर्यटन विभाग से जुड़े सवालों के जवाब से विपक्ष को संतुष्ट नहीं कर पाए. इस पर विपक्ष ने नाराजगी जाहिर की. विपक्ष के ऐतराज पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने सदन की पीठ से निर्देश दिए. विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्रियों को निर्देश दिए कि विधायकों के द्वारा पूछे गए सवालों का सही से जवाब दें. उन्होंने कहा कि 1 दिन पहले पूछे गए सवालों का जवाब देने के लिए तैयारी करें.

वहीं इसके अलावा सदन शुरू होने से पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बजट को लेकर कहा कि इस बार बजट सत्र बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है. इस सत्र में राज्य सरकार जो बजट पेश करेगी उससे धामी सरकार की दूरदर्शिता और विकास की योजनाओं का खाका नजर आएगा. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह बजट उत्तराखंड में मील का पत्थर साबित होगा. बजट से विकास की योजनाओं को आगे बढ़ाया जाएगा. खास बात यह है कि इस बार के बजट में जनता के सुझाव को भी शामिल किया गया है.

बजट सत्र पर सीएम का बयान

अनुपमा रावत ने किया सवाल: कांग्रेस विधायक अनुपमा रावत ने पूछा कि हरिद्वार में कनखल भोगपुर, गंगादासपुर होकर बालावाली तक गंगा नदी के बने हुए पुश्तों के समांतर सड़क निर्माण का प्रस्ताव का क्या हुआ. इस पर सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने बताया हरिद्वार में गंगा नदी के बांध पर हरिद्वार-भोगपुर- बालावाली सड़क के प्रथम चरण के कार्यों यथा भूमि की व्यवस्था, सर्वेक्षण, डीपीआर गठन इत्यादि हेतु 32.50 किमी लम्बाई के लिये रु0 97.50 लाख की स्वीकृति प्रदान दी जा चुकी है. विधायक अनुपमा रावत ने कहा कि श्यामपुर कांगड़ी से लेकर भोगपुर तक आपदाग्रस्त क्षेत्र के कारण जनमानस को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस पर सिंचाई मंत्री ने कहा कि धन की उपलब्धता के बाद कार्य शुरू कराया जाएगा.

आदेश चौहान ने पूछा सवाल: कांग्रेस विधायक आदेश चौहान ने सदन में उधमसिंह नगर के जसपुर विधानसभा क्षेत्र में बाढ़ से किसानों की भूमि को होने वाले नुकसान का मुद्दा उठाया. चौहान ने सरकार से पूछा कि सरकार बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य कब करवाएगी. इस पर सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि बाढ़ सुरक्षात्मक उपायों को लेकर राज्य सरकार गंभीर है. नदियों के किनारे संवेदनशील क्षेत्रों में बाढ़ सुरक्षात्मक योजनाएं गठित की जाती हैं.

ममता राकेश ने किसानों पर पूछा सवाल: विधायक ममता राकेश ने कहा कि भगवानपुर विधानसभा क्षेत्र को केंद्रीय जल आयोग द्वारा क्रिटिकल जोन घोषित करने से किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. नए नलकूपों का निर्माण न होने से किसानों को सिंचाई की समस्या हो रही है. इस पर सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि केंद्रीय जल आयोग व सिंचाई विभाग द्वारा कांपैक्ट नोट ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है. जल्द कार्रवाई के लिए केंद्रीय मंत्रालय को लिखेंगे.

फुरकान अहमद ने गंगनहर पुल का मामला उठाया: विधायक फुरकान अहमद ने कलियर शहर में गंगनहर पर बने क्षतिग्रस्त पुल का मामला उठाया. उन्होंने चिंता जताई कि पुल की मरमत न होने से दुर्घटनाओं का खतरा बना हुआ है. इस पर सिंचाई मंत्री ने कहा कि पुल निर्माण को लेकर उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री को पत्र लिखा है. क्षतिग्रस्त पुल के विकल्प के तौर पर 85 मीटर लंबाई का नया पुल तैयार किया जा चुका है. पुल पर हल्के वाहनों का यातायात शुरू हो चुका है. इसके बाद फुरकान अहमद ने पूछा कि क्या पिरान कलियर धाम को राज्य सरकार पांचवां धाम घोषित करने जा रही है. इसके जवाब में सिंचाई मंत्री ने कहा कि ये संस्कृति विभाग के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है. राज्य सरकार ऐसा कोई विचार नहीं कर रही है. सतपाल महाराज ने कहा कि मेले के लिए पूर्व में 3 लाख की आर्थिक सहायता दी गई थी. भविष्य में भी अगर कोई मांग आएगी तो विचार किया जाएगा.

प्रीतम सिंह ने पर्यटन बढ़ाने का सवाल किया: विधायक प्रीतम सिंह ने पूछा कि राज्य में पर्यटन को गति देने के लिए किन कार्य योजनाओं पर सरकार कार्य कर रही है. 2017 से अब तक राज्य में कितने नए पर्यटन स्थल विकसित किये गए हैं. इस पर पर्यटन मंत्री ने कहा कि आईआईपी ग्लोबल कंसल्टेंसी के माध्यम से सरकार राज्य में विस्तृत कार्य योजना तैयार कर रही है. 13 जिले 13 पर्यटन स्थलों पर सरकार का फोकस है. अवस्थापना सुविधाओं के विकास को संचालित करने के लिए विभिन्न योजनाएं बनाई गई हैं.

मोहम्मद शहजाद ने बढ़ते नशे का मामला उठाया: आज बजट सत्र के पहले दिन उत्तराखंड में बढ़ते नशे का मामला भी सदन में उठा. बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद ने नियम 58 में बढ़ते नशे का मामला उठाया. इस पर संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने पुलिस की कार्रवाई के आंकड़े सदन में पेश किए. हालांकि सदन में सरकार के आंकड़ों से बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद संतुष्ट नही हुए.

सतपाल महाराज घिरे: पर्यटन, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई और संस्कृति समेत 7 विभाग संभालने वाले कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के जवाबों से विपक्ष संतुष्ट नहीं हुआ. या इसे यों कहें कि विपक्ष के सवालों में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज बजट सत्र के पहले ही दिन फंस गए तो ज्यादा ठीक रहेगा. विपक्ष के विधायकों के द्वारा पूछे गए सवालों के सतपाल महाराज ठीक जवाब नहीं दे पाए. नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी सदन में सवालों के जवाब न देने पर महाराज को घेरा है.

देहरादून: विधानसभा में बजट सत्र (uttarakhand assembly budget session 2022) के पहले दिन की शुरुआत हो चुकी है. वहीं सदन की शुरुआत से ही विपक्ष हमलावर है. वहीं सदन में जाने से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने बजट को उम्मीदों से भरा बताया. सीएम धामी ने आगे कहा कि बजट से विकास की योजनाओं को आगे बढ़ाया जाएगा और खास बात यह है कि इस बार के बजट में जनता के सुझाव को भी शामिल किया गया है.

विधानसभा में प्रश्नकाल चल रहा है. वहीं सदन शुरू होते ही गैरसैंण में सत्र ना करवाने को लेकर विपक्ष ने सदन में हंगामा किया और सदन की कार्यवाही रोकने की मांग की. विधानसभा अध्यक्ष ने नियम-58 के तहत इस विषय को सुनने का आश्वासन दिया. वहीं इसके अलावा हरिद्वार ग्रामीण से विधायक अनुपमा रावत ने सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज को घेरा. उनके विधानसभा क्षेत्र में भूमि कटाव और कृषि भूमि को हो रहे नुकसान को लेकर जवाब मांगा. अनुपमा के सवाल पर मंत्री सतपाल महाराज (cabinet minister satpal maharaj) अपने जवाब में घिरते नजर आए.

सदन में घिरे सतपाल महाराज.

पढ़ें-Uttarakhand Budget: उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र शुरू, गैरसैंण के मुद्दे पर कांग्रेस का धरना

विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्रियों के दिए निर्देश: कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज नलकूपों और पर्यटन विभाग से जुड़े सवालों के जवाब से विपक्ष को संतुष्ट नहीं कर पाए. इस पर विपक्ष ने नाराजगी जाहिर की. विपक्ष के ऐतराज पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने सदन की पीठ से निर्देश दिए. विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्रियों को निर्देश दिए कि विधायकों के द्वारा पूछे गए सवालों का सही से जवाब दें. उन्होंने कहा कि 1 दिन पहले पूछे गए सवालों का जवाब देने के लिए तैयारी करें.

वहीं इसके अलावा सदन शुरू होने से पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बजट को लेकर कहा कि इस बार बजट सत्र बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है. इस सत्र में राज्य सरकार जो बजट पेश करेगी उससे धामी सरकार की दूरदर्शिता और विकास की योजनाओं का खाका नजर आएगा. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह बजट उत्तराखंड में मील का पत्थर साबित होगा. बजट से विकास की योजनाओं को आगे बढ़ाया जाएगा. खास बात यह है कि इस बार के बजट में जनता के सुझाव को भी शामिल किया गया है.

बजट सत्र पर सीएम का बयान

अनुपमा रावत ने किया सवाल: कांग्रेस विधायक अनुपमा रावत ने पूछा कि हरिद्वार में कनखल भोगपुर, गंगादासपुर होकर बालावाली तक गंगा नदी के बने हुए पुश्तों के समांतर सड़क निर्माण का प्रस्ताव का क्या हुआ. इस पर सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने बताया हरिद्वार में गंगा नदी के बांध पर हरिद्वार-भोगपुर- बालावाली सड़क के प्रथम चरण के कार्यों यथा भूमि की व्यवस्था, सर्वेक्षण, डीपीआर गठन इत्यादि हेतु 32.50 किमी लम्बाई के लिये रु0 97.50 लाख की स्वीकृति प्रदान दी जा चुकी है. विधायक अनुपमा रावत ने कहा कि श्यामपुर कांगड़ी से लेकर भोगपुर तक आपदाग्रस्त क्षेत्र के कारण जनमानस को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस पर सिंचाई मंत्री ने कहा कि धन की उपलब्धता के बाद कार्य शुरू कराया जाएगा.

आदेश चौहान ने पूछा सवाल: कांग्रेस विधायक आदेश चौहान ने सदन में उधमसिंह नगर के जसपुर विधानसभा क्षेत्र में बाढ़ से किसानों की भूमि को होने वाले नुकसान का मुद्दा उठाया. चौहान ने सरकार से पूछा कि सरकार बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य कब करवाएगी. इस पर सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि बाढ़ सुरक्षात्मक उपायों को लेकर राज्य सरकार गंभीर है. नदियों के किनारे संवेदनशील क्षेत्रों में बाढ़ सुरक्षात्मक योजनाएं गठित की जाती हैं.

ममता राकेश ने किसानों पर पूछा सवाल: विधायक ममता राकेश ने कहा कि भगवानपुर विधानसभा क्षेत्र को केंद्रीय जल आयोग द्वारा क्रिटिकल जोन घोषित करने से किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. नए नलकूपों का निर्माण न होने से किसानों को सिंचाई की समस्या हो रही है. इस पर सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि केंद्रीय जल आयोग व सिंचाई विभाग द्वारा कांपैक्ट नोट ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है. जल्द कार्रवाई के लिए केंद्रीय मंत्रालय को लिखेंगे.

फुरकान अहमद ने गंगनहर पुल का मामला उठाया: विधायक फुरकान अहमद ने कलियर शहर में गंगनहर पर बने क्षतिग्रस्त पुल का मामला उठाया. उन्होंने चिंता जताई कि पुल की मरमत न होने से दुर्घटनाओं का खतरा बना हुआ है. इस पर सिंचाई मंत्री ने कहा कि पुल निर्माण को लेकर उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री को पत्र लिखा है. क्षतिग्रस्त पुल के विकल्प के तौर पर 85 मीटर लंबाई का नया पुल तैयार किया जा चुका है. पुल पर हल्के वाहनों का यातायात शुरू हो चुका है. इसके बाद फुरकान अहमद ने पूछा कि क्या पिरान कलियर धाम को राज्य सरकार पांचवां धाम घोषित करने जा रही है. इसके जवाब में सिंचाई मंत्री ने कहा कि ये संस्कृति विभाग के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है. राज्य सरकार ऐसा कोई विचार नहीं कर रही है. सतपाल महाराज ने कहा कि मेले के लिए पूर्व में 3 लाख की आर्थिक सहायता दी गई थी. भविष्य में भी अगर कोई मांग आएगी तो विचार किया जाएगा.

प्रीतम सिंह ने पर्यटन बढ़ाने का सवाल किया: विधायक प्रीतम सिंह ने पूछा कि राज्य में पर्यटन को गति देने के लिए किन कार्य योजनाओं पर सरकार कार्य कर रही है. 2017 से अब तक राज्य में कितने नए पर्यटन स्थल विकसित किये गए हैं. इस पर पर्यटन मंत्री ने कहा कि आईआईपी ग्लोबल कंसल्टेंसी के माध्यम से सरकार राज्य में विस्तृत कार्य योजना तैयार कर रही है. 13 जिले 13 पर्यटन स्थलों पर सरकार का फोकस है. अवस्थापना सुविधाओं के विकास को संचालित करने के लिए विभिन्न योजनाएं बनाई गई हैं.

मोहम्मद शहजाद ने बढ़ते नशे का मामला उठाया: आज बजट सत्र के पहले दिन उत्तराखंड में बढ़ते नशे का मामला भी सदन में उठा. बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद ने नियम 58 में बढ़ते नशे का मामला उठाया. इस पर संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने पुलिस की कार्रवाई के आंकड़े सदन में पेश किए. हालांकि सदन में सरकार के आंकड़ों से बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद संतुष्ट नही हुए.

सतपाल महाराज घिरे: पर्यटन, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई और संस्कृति समेत 7 विभाग संभालने वाले कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के जवाबों से विपक्ष संतुष्ट नहीं हुआ. या इसे यों कहें कि विपक्ष के सवालों में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज बजट सत्र के पहले ही दिन फंस गए तो ज्यादा ठीक रहेगा. विपक्ष के विधायकों के द्वारा पूछे गए सवालों के सतपाल महाराज ठीक जवाब नहीं दे पाए. नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी सदन में सवालों के जवाब न देने पर महाराज को घेरा है.

Last Updated : Jun 14, 2022, 3:28 PM IST
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