देहरादून: उत्तराखंड में सबसे बड़ी अक्षय पात्र केंद्रीयकृत रसोई का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुभारंभ किया. अक्षय पात्र केंद्रीयकृत रसोई देहरादून के सुद्धोवाला में खोली गई है. इस रसोई से रोजाना 35 हजार स्कूली छात्रों को पीएम पोषण कार्यक्रम के तहत मध्याह्न भोजन परोसा जाएगा. अक्षय पात्र फाउंडेशन, द हंस फाउंडेशन और शिक्षा विभाग के सहयोग से 63वें केंद्रीयकृत मिड डे मील किचन का शुभारंभ किया गया है.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न स्कूलों के बच्चों को मिड-डे-मील पहुचांने के लिए वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया. वहीं, मुख्यमंत्री ने स्कूल के बच्चों के साथ बैठकर भोजन किया. बच्चों ने इस दौरान अपनी जिज्ञासाओं को पूरी करने के लिए मुख्यमंत्री से सवाल पूछे. मुख्यमंत्री ने बच्चों के सभी सवालों का जवाब दिया. किचन शुभारंभ के अवसर पर मुख्यमंत्री ने एक छोटी बच्ची को गोद में लेकर दुलार भी किया.
उत्तराखंड की दूसरी और देश में 63वीं रसोई: सुद्धोवाला में तकरीबन दो एकड़ भूमि में 10 करोड़ रुपये की लागत से इस रसोई का निर्माण किया गया है. अक्षय पात्र केंद्रीयकृत रसोई इस फाउंडेशन की उत्तराखंड में दूसरी और देश में 63वीं रसोई होगी. देहरादून से पहले उधम सिंह नगर के गदरपुर में एकीकृत रसोई का संचालन हो रहा है. देश में कोई भी बच्चा भूख और कुपोषण के कारण शिक्षा से वंचित न रह पाए, इसी सोच के साथ अक्षय पात्र केंद्रीयकृत रसोई की शुरुआत की गई है.
सुद्धोवाला में बनी अक्षय पात्र केंद्रीयकृत रसोई से 35 हजार स्कूली बच्चों को रोजोना मिड डे मील उपलब्ध करवाया जाएगा. इस रसोई के शुरू होते ही फाउंडेशन देश के 14 राज्यों में 20 हजार से अधिक विद्यालयों में प्रतिदिन 19 लाख विद्यार्थियों को भोजन उपलब्ध कराने का आंकड़ा छू लेगा.
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एक बार में बनेंगी 20 हजार रोटी, 1200 लीटर दाल: रसोई में आधुनिक मशीनों से भोजन बनाया जाएगा. इन मशीनों से एक बार में एक कुंतल आटा गूंथने के साथ ही 20 हजार रोटी, 1200 लीटर दाल और 100 किलो चावल बन सकेगा. भोजन के निर्माण और उसकी आपूर्ति के लिए रसोई में 150 कार्मिक तैनात किए जाएंगे.
पहले चरण में देहरादून और आसपास के 120 सरकारी विद्यालयों के 15500 छात्र-छात्राओं को पीएम पोषण कार्यक्रम के तहत मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराया जाएगा. अगले छह माह में इस रसोई से राज्य के 500 विद्यालयों के 35 हजार छात्रों को मध्याह्न भोजन पहुंचाने का लक्ष्य है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, इस रसोई के माध्यम से प्रधानमंत्री पोषण कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों को स्वादिष्ट व पौष्टिक भोजन परोसा जाएगा. राज्य में पांच लाख से अधिक बच्चों को सरकार द्वारा मध्यान भोजना उपलब्ध कराया जाता है. वहीं, शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि आज राज्य में दूसरी एकीकृत रसोई की शुरुआत की गई है, इससे पहले गदरपुर में एकीकृत रसोई का संचालन शुरू कर दिया गया है. राज्य सरकार एक से लेकर बाहरवीं कक्षा तक के बच्चों को निःशुल्क किताब, बैग उपलब्ध करा रही है. इसके साथ ही स्कूलों में हर प्रकार की व्यवस्था कर रही है ताकि बच्चों को पठन-पाठन में कोई परेशानी न हो. धम सिंह ने बताया कि एक महीने में 22 लाख बच्चों को निःशुल्क दवा उपलब्ध की गई है. स्कूल खुलने पर बच्चों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा साथ ही उन्हें मुफ्त दवा भी दी जाएगी.