देहरादून: राज्य में निवेश के लिए उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश के चार जिलों में 6 हजार एकड़ लैंड बैंक तैयार किया है, ताकि अधिक से अधिक उद्योगों को यहां लाया जा सके. हालांकि, प्रदेश में मौजूदा समय में मैदानी जिलों में ही उद्योग स्थापित हैं. अब सरकार इस संबंध में कोशिश करने जा रही है कि प्रदेश के पर्वतीय जिलों में भी उद्योगों को स्थापित किया जा सके. मुख्य रूप से प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटन, एडवेंचर, टूरिज्म और हेल्थ वैलनेस संबंधित इंडस्ट्री लगाने की संभावनाए हैं. ऐसे में अब सीएम धामी जल्द ही सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक करने जा रहे हैं.
69,300 करोड़ रुपए के एमओयू साइन करवा चुकी है धामी सरकार: बता दें कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कैबिनेट मंत्री भी लगातार निवेशकों से बातचीत कर उत्तराखंड में निवेश के लिए एमओयू साइन करा रहे हैं. हालांकि, अभी तक ढाई लाख करोड़ रुपए के लक्ष्य के सापेक्ष सरकार ने 69,300 करोड़ रुपए के एमओयू साइन करवाएं है.
निवेशकों के लिए चार जिले में लैंड बैंक उपलब्ध: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि निवेशकों के लिए चार जिले में लैंड बैंक उपलब्ध हैं, लेकिन जो इंडस्ट्री पहाड़ों में पर्यटन, एडवेंचर, टूरिज्म और हेल्थ वेलनेस के क्षेत्र में जाएंगी. उन सभी को प्राथमिकता दी जाएगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि उद्योग सिर्फ चार जिले में ना लगे, बल्कि पहाड़ों में भी लगे. इस संबंध में जल्द ही जिलाधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी. हालांकि, पहले भी जिलाधिकारियों को प्रस्ताव भेजा गया है कि उनके जिलों में क्या-क्या संभावनाएं हैं उसकी जानकारी उपलब्ध कराएं.
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एडवेंचर और टूरिज्म में लोगों ने दिखाई रुचि: मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेष रूप से इंडस्ट्री में पर्यटन, वेलनेस और हेल्थ सेक्टर पर विशेष फोकस है. इसके अलावा एडवेंचर और टूरिज्म में ही काफी लोगों ने काम करने में रुचि दिखाई है. इसके अलावा, हेल्थ के क्षेत्र में कैंसर जैसी बीमारियों के इलाज के लिए लोग यहां पर आना चाहते हैं. यही नहीं, फार्मा भी एक बड़ा सेक्टर है और ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में पहले से ही बड़ी-बड़ी कंपनिया काम कर रही हैं. साथ ही जो पुरानी कंपनियां चल रही हैं, वह भी अपनी कंपनियों को बढ़ाना चाहती हैंं. हालांकि, निवेश के लिए नियमों में भी बदलाव किए गए हैं.
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