देहरादूनः महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से संचालित की जाने वाली विभिन्न योजनाओं पर भी विभागीय राज्यमंत्री रेखा आर्य और विभाग के निदेशक के बीच चल रहे विवाद का असर साफ देखा जा सकता है. इसी के तहत प्रसूताओं और बालिकाओं के लिए प्रदेश में शुरू की जाने वाली मुख्यमंत्री सौभाग्यवती किट योजना भी अब तक धरातल पर शुरू नहीं हो पाई है.
दरअसल, विभाग में निदेशक की कमी के चलते इस योजना को अब तक धरातल पर नहीं लाया जा सका है. जिस पर राज्यमंत्री रेखा आर्य का कहना है कि जल्द ही इस महत्वपूर्ण योजना का प्रस्ताव कैबिनेट के समक्ष लाया जाएगा.
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बता दें कि मुख्यमंत्री सौभाग्यवती किट योजना के तहत 21 तरह की वस्तुएं प्रसूताओं और बालिकाओं के लिए दी जाएगी. इसमें पौष्टिक आहार जैसे काजू-बादाम के साथ ही पहनने के कपड़े और शिशु के लिए शैंपू पाउडर इत्यादि शामिल हैं. इस तरह एक किट सरकार को करीब 3,500 तक की पड़ेगी.
वहीं, इस योजना के पहले चरण में प्रदेश की 50,000 महिलाओं को नि:शुल्क मुख्यमंत्री सौभाग्यवती किट बांटी जाएगी. जिसमें कुल 19 करोड़ का खर्च आएगा. इन सभी किटों को आंगनबाड़ी वर्कर्स की मदद से बांटा जाएगा.