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कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और उनकी पत्नी अमृता रावत एम्‍स ऋषिकेश से डिस्चार्ज - अमृता रावत एम्स से डिस्चार्ज

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सतपाल महाराज
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Published : Jun 16, 2020, 7:34 PM IST

Updated : Jun 16, 2020, 9:38 PM IST

19:32 June 16

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और उनकी पत्नी अमृता रावत में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद ऋषिकेश एम्स में चल रहा इलाज था

देहरादूनः कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सतपाल महाराज और उनके परिवार का इलाज ऋषिकेश एम्स में चल रहा था. आज कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और उनकी पत्नी को एम्स से डिस्चार्ज कर दिया गया है. 31 मई को उन्हें एम्स में भर्ती किया गया था. उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. दोनों लोग ए-सिमटोमेटिक पाए गए हैं. यही कारण है कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार दोनों को डिस्चार्ज कर दिया गया है.  

गौर हो कि, बीते 30 मई को सतपाल महाराज की पत्नी और पूर्व मंत्री अमृता रावत की तबीयत खराब हो गई थी. जिसके बाद उनका देहरादून में कोविड टेस्ट किया गया था. जहां उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने सतपाल महाराज और उनके पूरे परिवार का सैंपल लिया था. इसके साथ घर में काम करने वाले लोगों के भी सैंपल लिए गए थे. रिपोर्ट आने के बाद उनके दो बेटे और बहू भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई थीं. साथ ही उनके स्टाफ के कई लोग पॉजिटिव मिले थे. 

ये भी पढ़ेंः कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के कर्मचारी की मौत, हफ्तेभर पहले अस्पताल से मिली थी छुट्टी

वहीं, 31 मई को सतपाल महाराज कोरोना पॉजिटिव निकले थे. जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था. जबकि, बीते 29 मई को सतपाल महाराज कैबिनेट की मीटिंग में शामिल हुए थे. इस मीटिंग में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत दूसरे मंत्री और अधिकारी भी शामिल हुए थे. सचिवालय के चौथी मंजिल पर हुई मीटिंग के दौरान सभी मंत्रियों, अधिकारियों के गनर और ड्राइवर के भी सैंपल लिए गए. एम्स प्रशासन की मानें तो अमृता रावत के अस्पताल में 17 दिन पूरे हो गए हैं. उनकी हालत में सुधार हुआ है. एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि दोनों को आज 17 दिनों बाद डिस्चार्ज किया गया है, हालांकि अभी दोनों लोग होम क्वारन्टाइन रहेंगे. 

इधर, मगंलवार को सतपाल महाराज के घर पर नर्सरी का काम करने वाले 75 साल के एक शख्स की मौत हो गई. जिसके बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. बताया जा रहा है कि कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उसे दून अस्पताल में भर्ती किया गया था. हालांकि, इलाज के बाद उसे 10 जून को अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी. वो नेहरू ग्राम नर्सरी में रह रहा था. माली सिक्किम का रहने वाला था.

19:32 June 16

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और उनकी पत्नी अमृता रावत में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद ऋषिकेश एम्स में चल रहा इलाज था

देहरादूनः कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सतपाल महाराज और उनके परिवार का इलाज ऋषिकेश एम्स में चल रहा था. आज कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और उनकी पत्नी को एम्स से डिस्चार्ज कर दिया गया है. 31 मई को उन्हें एम्स में भर्ती किया गया था. उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. दोनों लोग ए-सिमटोमेटिक पाए गए हैं. यही कारण है कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार दोनों को डिस्चार्ज कर दिया गया है.  

गौर हो कि, बीते 30 मई को सतपाल महाराज की पत्नी और पूर्व मंत्री अमृता रावत की तबीयत खराब हो गई थी. जिसके बाद उनका देहरादून में कोविड टेस्ट किया गया था. जहां उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने सतपाल महाराज और उनके पूरे परिवार का सैंपल लिया था. इसके साथ घर में काम करने वाले लोगों के भी सैंपल लिए गए थे. रिपोर्ट आने के बाद उनके दो बेटे और बहू भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई थीं. साथ ही उनके स्टाफ के कई लोग पॉजिटिव मिले थे. 

ये भी पढ़ेंः कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के कर्मचारी की मौत, हफ्तेभर पहले अस्पताल से मिली थी छुट्टी

वहीं, 31 मई को सतपाल महाराज कोरोना पॉजिटिव निकले थे. जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था. जबकि, बीते 29 मई को सतपाल महाराज कैबिनेट की मीटिंग में शामिल हुए थे. इस मीटिंग में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत दूसरे मंत्री और अधिकारी भी शामिल हुए थे. सचिवालय के चौथी मंजिल पर हुई मीटिंग के दौरान सभी मंत्रियों, अधिकारियों के गनर और ड्राइवर के भी सैंपल लिए गए. एम्स प्रशासन की मानें तो अमृता रावत के अस्पताल में 17 दिन पूरे हो गए हैं. उनकी हालत में सुधार हुआ है. एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि दोनों को आज 17 दिनों बाद डिस्चार्ज किया गया है, हालांकि अभी दोनों लोग होम क्वारन्टाइन रहेंगे. 

इधर, मगंलवार को सतपाल महाराज के घर पर नर्सरी का काम करने वाले 75 साल के एक शख्स की मौत हो गई. जिसके बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. बताया जा रहा है कि कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उसे दून अस्पताल में भर्ती किया गया था. हालांकि, इलाज के बाद उसे 10 जून को अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी. वो नेहरू ग्राम नर्सरी में रह रहा था. माली सिक्किम का रहने वाला था.

Last Updated : Jun 16, 2020, 9:38 PM IST
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