ऋषिकेश: उत्तराखंड सरकार ने राज्य के मोटे अनाज को देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी खास पहचान दिलाने की पहल शुरू कर दी है. इसलिए सरकार राज्य में जगह-जगह इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट के तहत ईट राइट मिलेट्स मेले का आयोजन कर रही है. इसी कड़ी में मुनी की रेती के गढ़वाल मंडल विकास निगम में भी मेले का आयोजन किया गया. जिसमें पहाड़ के मोटे अनाज के प्रचार प्रसार से लेकर उनके स्वाद लोगों को चखाए गए.
शनिवार को मुनी की रेती के गढ़वाल मंडल विकास निगम परिसर में ईट राइट मिलेट मेले का आयोजन किया गया, जिसका शुभारंभ कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने किया. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्रीय वर्ष 2023 को इंटरनेशनल ईयर आफ मिलेट्स के रूप में घोषित किया है, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने देश के मोटे अनाज को विदेशों में पहचान दिलाने का निर्णय लिया है. इसलिए पीएम मोदी के निर्देश पर उत्तराखंड की सरकार अपने राज्य में होने वाले मोटे अनाज और उसमें भी मुख्य रूप से पहाड़ी उत्पादों को देश-विदेश में पहचान दिलाने के प्रयास में जुटी हुई है.
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मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि पहाड़ी उत्पादों को देश-विदेश में पहचान दिलाने के उद्देश्य से पूरे राज्य में अलग-अलग स्थानों पर ईट राइट मिलेट मेलों का आयोजन सरकार की ओर से किया जा रहा है, जिसमें आने वाले देसी विदेशी मेहमानों को मोटे अनाज की जानकारी दी जा रही है. मोटे अनाज के स्वाद को भी चखाने का काम किया जा रहा है, जिससे देश विदेश में उत्तराखंड के मोटे अनाज की डिमांड बढ़ सके.
मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि इस वर्ष उत्तराखंड के उत्पाद मंडवे को सरकार की ओर से सबसे अधिक 37.50 प्रति किलो की दर से प्रोत्साहित किया गया है, जिससे राज्य के काश्तकारों की इनकम में इजाफा हुआ है. मेले में उत्तराखंडी व्यंजनों के कई स्टाल लगाए गए, जिसमें बने स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ लोगों ने उठाया.