ETV Bharat / state

...तो क्या धामी नहीं होंगे अगले CM?, विजय बहुगुणा बोले- BJP में रिपीट की परंपरा नहीं - BJP चुनाव समिति बैठक

चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक में भाग लेने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने अगला मुख्यमंत्री कौन होगा के सवाल पर अपनी बेबाक राय दी. उन्होंने कहा कि भाजपा एक अनिश्चितताओं की पार्टी है और कहा है कि बीजेपी में कोई रिपीट नहीं किया जाता. सियासी गलियारों में उनके इस बयान के कई मतलब निकाले जा रहे हैं और सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या ये वर्तमान सीएम धामी पर भी लागू होगा?

Bahuguna on cm face
Bahuguna on cm face
author img

By

Published : Nov 12, 2021, 6:56 PM IST

Updated : Nov 13, 2021, 1:09 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सत्ताधारी दल बीजेपी हालांकि किसी चेहरे को अभी सीधे तौर पर तो मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट नहीं कर रही लेकिन वर्तमान युवा सीएम पुष्कर सिंह धामी ही बीजेपी का अघोषित चेहरा माने जा रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी खुद सार्वजनिक तौर पर धामी की तारीफ कर उनकी पीठ थपथपा चुके हैं. लेकिन बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय बहुगुणा के बयान ऐसा नहीं लगता है.

बीजेपी में रोटेशन पॉलिसी: दरअसल, कांग्रेस सरकार में साल 2012 से 2014 तक मुख्यमंत्री रहे और बाद में बीजेपी में शामिल हुए वरिष्ठ नेता विजय बहुगुणा का कहना है कि बीजेपी में कोई रिपीट नहीं होता है. यहां रोटेशन पॉलिसी है. वंस ए चीफ मिनिस्टर, ऑलवेज ए चीफ मिनिस्टर की नीति भाजपा में नहीं चलती, इसलिए आज आप यदि मुख्यमंत्री, मंत्री हैं तो कल आपको पार्टी का काम भी सौंपा जा सकता है. लिहाजा, अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, ये आलाकमान ही तय करेगा. विजय बहुगुणा के इस बयान से तो लगता है कि पुष्कर सिंह धामी आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं होंगे.

CM चेहरे को लेकर विजय बहुगुणा का बड़ा बयान.

इसके साथ ही विजय बहुगुणा ने कहा कि राजनीति अनिश्चितताओं का खेल है और बीजेपी ने यह सिद्ध कर दिया है. उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं कि मुख्यमंत्री को यहां पर रिपीट किया जाए. उन्होंने गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा कि बीजेपी में रिपीट नहीं किया जाता है, यह साबित हो चुका है. बहुगुणा ने अपने बयान में यह भी बताने की कोशिश की है कि अभी उत्तराखंड में टॉप लीडरशिप बाकी है. ऐसे में मुख्यमंत्री का चेहरा धामी ही होंगे कुछ कहा नहीं जा सकता.

पढ़ें- BJP चुनाव समिति बैठक: पदाधिकारी करते रहे इंतजार, नहीं पहुंचे कार्यकर्ता, छोटे से कमरे में सिमटी मीटिंग

ये समय खुद के बारे में सोचने का नहीं: बहुगुणा ने बीते रोज नाराज पूर्व विधायकों और सरकार दायित्वधारी रहे वरिष्ठ नेताओं को मनाने के लिए बुलाई गई बैठक के सवाल पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है. बैठक में कौन आया कौन नहीं आया, ये देखा जाएगा लेकिन आगामी चुनाव के लिए पार्टी कार्यकर्ता उत्साहित हैं और अनुशासन में हैं. इस समय हमें खुद के नहीं बल्कि पार्टी के बारे में सोचना होगा.

खंडूड़ी हुए थे रिपीट: बता दें, पूर्व सीएम विजय बहुगुणा आज भले ही बीजेपी में किसी सीएम को रिपीट न करने के बात कर रहे हों, लेकिन साल 2011 में उत्तराखंड में बीजेपी ने अपने सीएम को रिपीट किया था. बीजेपी के वरिष्ठ नेता भुवन चंद्र खंडूड़ी साल 2007 से 2009 तक मुख्यमंत्री रहे. इसके साथ ही खंडूड़ी को दूसरी बार 2011 से 2012 तक उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया गया था. लेकिन सवाल ये है कि जिस तरह के बहुगुणा ने कहा कि बीजेपी में रिपीट की परंपरा नहीं है, उसका सियासी गलियारों में यही मतलब निकाला जा रहा है कि सीएम पुष्कर सिंह धामी अगले मुख्यमंत्री नहीं होंगे, क्योंकि अभीतक बीजेपी उनके चेहरे पर ही चुनाव लड़ने की बात कह रही है.

देहरादून: उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सत्ताधारी दल बीजेपी हालांकि किसी चेहरे को अभी सीधे तौर पर तो मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट नहीं कर रही लेकिन वर्तमान युवा सीएम पुष्कर सिंह धामी ही बीजेपी का अघोषित चेहरा माने जा रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी खुद सार्वजनिक तौर पर धामी की तारीफ कर उनकी पीठ थपथपा चुके हैं. लेकिन बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय बहुगुणा के बयान ऐसा नहीं लगता है.

बीजेपी में रोटेशन पॉलिसी: दरअसल, कांग्रेस सरकार में साल 2012 से 2014 तक मुख्यमंत्री रहे और बाद में बीजेपी में शामिल हुए वरिष्ठ नेता विजय बहुगुणा का कहना है कि बीजेपी में कोई रिपीट नहीं होता है. यहां रोटेशन पॉलिसी है. वंस ए चीफ मिनिस्टर, ऑलवेज ए चीफ मिनिस्टर की नीति भाजपा में नहीं चलती, इसलिए आज आप यदि मुख्यमंत्री, मंत्री हैं तो कल आपको पार्टी का काम भी सौंपा जा सकता है. लिहाजा, अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, ये आलाकमान ही तय करेगा. विजय बहुगुणा के इस बयान से तो लगता है कि पुष्कर सिंह धामी आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं होंगे.

CM चेहरे को लेकर विजय बहुगुणा का बड़ा बयान.

इसके साथ ही विजय बहुगुणा ने कहा कि राजनीति अनिश्चितताओं का खेल है और बीजेपी ने यह सिद्ध कर दिया है. उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं कि मुख्यमंत्री को यहां पर रिपीट किया जाए. उन्होंने गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा कि बीजेपी में रिपीट नहीं किया जाता है, यह साबित हो चुका है. बहुगुणा ने अपने बयान में यह भी बताने की कोशिश की है कि अभी उत्तराखंड में टॉप लीडरशिप बाकी है. ऐसे में मुख्यमंत्री का चेहरा धामी ही होंगे कुछ कहा नहीं जा सकता.

पढ़ें- BJP चुनाव समिति बैठक: पदाधिकारी करते रहे इंतजार, नहीं पहुंचे कार्यकर्ता, छोटे से कमरे में सिमटी मीटिंग

ये समय खुद के बारे में सोचने का नहीं: बहुगुणा ने बीते रोज नाराज पूर्व विधायकों और सरकार दायित्वधारी रहे वरिष्ठ नेताओं को मनाने के लिए बुलाई गई बैठक के सवाल पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है. बैठक में कौन आया कौन नहीं आया, ये देखा जाएगा लेकिन आगामी चुनाव के लिए पार्टी कार्यकर्ता उत्साहित हैं और अनुशासन में हैं. इस समय हमें खुद के नहीं बल्कि पार्टी के बारे में सोचना होगा.

खंडूड़ी हुए थे रिपीट: बता दें, पूर्व सीएम विजय बहुगुणा आज भले ही बीजेपी में किसी सीएम को रिपीट न करने के बात कर रहे हों, लेकिन साल 2011 में उत्तराखंड में बीजेपी ने अपने सीएम को रिपीट किया था. बीजेपी के वरिष्ठ नेता भुवन चंद्र खंडूड़ी साल 2007 से 2009 तक मुख्यमंत्री रहे. इसके साथ ही खंडूड़ी को दूसरी बार 2011 से 2012 तक उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया गया था. लेकिन सवाल ये है कि जिस तरह के बहुगुणा ने कहा कि बीजेपी में रिपीट की परंपरा नहीं है, उसका सियासी गलियारों में यही मतलब निकाला जा रहा है कि सीएम पुष्कर सिंह धामी अगले मुख्यमंत्री नहीं होंगे, क्योंकि अभीतक बीजेपी उनके चेहरे पर ही चुनाव लड़ने की बात कह रही है.

Last Updated : Nov 13, 2021, 1:09 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.