देहरादून: पिछले दिनों पुलिस ने ऑटो चालकों को प्रीपेड मीटर लगाने और किराया सूची चस्पा न करने पर एक दिसम्बर से कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी. इसी के तहत पुलिस ने एक दिसंबर को ऑटो के खिलाफ अभियान चलाकर 50 ऑटो चालकों के चालान किए. वहीं ढाई हजार के कोर्ट चालान के रूप में सवा लाख के चालान किए गए. ऑटो यूनियन ने पुलिस पर मनमानी का आरोप लगाया है.
ऑटो चालकों का कहना है कि ऑटो में फेयर मीटर का मामला अभी तक कोर्ट में विचाराधीन है. फिर भी पुलिस ऑटो संचालकों का चालान करने का काम रही है. पुलिस के पास वर्तमान में किसी भी तरह का कोई अधिकार नहीं है. पुलिस की मानें तो यह लोग भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं, जिससे पुलिस की कार्रवाई से बच सकें.
वर्तमान में राजधानी में 2395 ऑटो हैं और 50 प्रतिशत ऑटो में फेयर मीटर परिवहन विभाग लगा चुका है. बाकी के 50 प्रतिशत ऑटो संचालकों पर पुलिस ने कल से कार्रवाई करनी शुरू कर दी है. वहीं, ऑटो यूनियन के अध्यक्ष ने पुलिस पर आरोप लगाया कि जब तक फेयर मीटर का मामला न्यायालय में विचाराधीन है. तब तक पुलिस को कोई अधिकार नहीं है कि वो ऑटो संचालकों का चालान करने का काम करे. इस तरह की कार्रवाई करके पुलिस मनमाने ढंग पर उतर गई है. अगर पुलिस का यही बर्ताव रहा तो यूनियन सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेगी.
ये भी पढ़ें: कोटद्वार में अपराधिक घटनाओं पर लगेगी लगाम, पूरा इलाका होगा CCTV से लैस
एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि न्यायालय के जो आदेश होते हैं, हम उसका अनुपालन करते हैं. इस तरह का कोई भी आदेश संज्ञान में नहीं आया है. कई बार लोग भ्रम फैलाने की कोशिश करते हैं, जिससे लीगल कार्रवाई से बचा जा सके. अगर कोई न्यायालय के निर्देश हैं और जिनका अनुपालन नहीं कर रहे हैं तो उसमें हम कड़ी कार्रवाई करेंगे.
साथ ही बताया कि पुलिस कार्यालय में जनता की लगातार शिकायतें मिल रही थी. ऑटो में मीटर न होने के कारण चालक मनमाना किराया वसूल कर रहे हैं, जिस कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस मामले में ऑटो यूनियन से 15-20 दिन पहले बैठक की थी. बैठक में निर्देश दिए थे कि एक दिसंबर से जो भी ऑटो संचालित हो रहे हैं, उनमें मीटर लगा रहे. इससे जनता को विश्वास रहे कि उनसे कोई गलत किराया नहीं लिया जा रहा है.