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कृषि यंत्र घोटाले मामले में खबर का असर, भूमि संरक्षण अधिकारी सस्पेंड, तीन के खिलाफ नोटिस जारी

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 5, 2024, 10:20 PM IST

Agricultural Equipment Scam in Doiwala ईटीवी भारत पर लगातार खबर दिखाए जाने के बाद कृषि यंत्र घोटाले मामले में कृषि मंत्री गणेश जोशी ने चार कृषि अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. जिसमें मुख्य आरोपी कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी राजदेव पंवार को सस्पेंड कर दिया है. साथ अन्य तीन अधिकारियों खिलाफ नोटिस जारी किया गया है. जानिए क्या था घोटाला...

Agricultural Equipment Scam in Doiwala
कृषि यंत्र घोटाला

डोईवाला: ईटीवी भारत की खबर का एक बार फिर से बड़ा असर देखने को मिला है. ईटीवी भारत ने डोईवाला विधानसभा और रायपुर ब्लॉक के अंतर्गत कृषि यंत्रों में घोटाले का मामला प्रमुखता से दिखाया था. खबर दिखाए जाने के बाद कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने मामले को गंभीरता से लेकर चार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है. इतना ही नहीं उन्होंने कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है तो बाकी तीन अधिकारियों को नोटिस जारी किया है.

गौर हो कि बीती 18 नवंबर को ईटीवी भारत ने 'डोईवाला में कृषि विभाग का गड़बड़झाला, फर्जी शपथ पत्र से हड़पा किसानों का 'हक', जांच कमेटी गठित' हेडलाइन से खबर को प्रमुखता से दिखाया था. इसके बाद 5 दिसंबर को 'रायपुर में बिना टैंक-पानी के कृषि विभाग ने किसानों को पकड़ा दिए फुहारे, बड़े घोटाले की आशंका' हेडलाइन से खबर प्रकाशित की. उसके बाद ईटीवी भारत ने 28 दिसंबर को डोईवाला पहुंचे कृषि मंत्री गणेश जोशी से रायपुर ब्लॉक में घोटाले के बारे में जानकारी ली. जिस पर 'कृषि यंत्र घोटाले के दोषियों पर कार्रवाई करेंगे मंत्री गणेश जोशी' नामक शीर्षक से खबर दिखाई.

डोईवाला विधानसभा और रायपुर ब्लॉक के अंतर्गत कृषि यंत्र घोटाले को ईटीवी भारत ने कई बार प्रमुखता से उठाया और कृषि मंत्री गणेश जोशी से भी घोटाले को लेकर सवाल जवाब किए. इसके बाद कृषि मंत्री गणेश जोशी के निर्देश पर विभाग ने आरोपी अधिकारियों के खिलाफ जांच कमेटी गठित की. मामले में डीएम सोनिका सिंह ने जांच की. जांच के बाद कृषि यंत्रों में घोटाले की बात सच साबित हुई. लिहाजा, इस मामले में कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी राजदेव पंवार को घोटाले में दोषी पाने पर सस्पेंड कर दिया.
ये भी पढ़ेंः रायपुर में बिना टैंक-पानी के कृषि विभाग ने किसानों को पकड़ा दिए फुहारे, बड़े घोटाले की आशंका

वहीं, मुख्य कृषि अधिकारी लतिका सिंह को नोटिस जारी किया है. जबकि, पूर्व विकासखंड प्रभारी रायपुर वीके धस्माना और सहायक कृषि अधिकारी न्याय पंचायत थानो वीरेंद्र सिंह नेगी को भी नोटिस दिया गया है. बता दें कि डोईवाला विधानसभा और रायपुर ब्लॉक के अंतर्गत संबंधित अधिकारियों ने लाभार्थी किसानों को दिए जाने वाले यंत्रों के नाम पर पैसों को ठिकाने लगाया था. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत 200 लाभार्थी किसानों के खेतों में स्प्रिंकलर सेट लगाए जाने थे.

Agricultural Equipment Scam in Doiwala
इस तरह से फेंक दिए गए थे पाइप

इस उपकरण को लगाने के लिए 1 लाख 20 हजार की लागत आनी थी. जिसमें 55% केंद्र सरकार, 25% राज्य सरकार और 20% किसानों को खुद वहन करना था, लेकिन संबंधित अधिकारियों ने किसानों के फर्जी शपथ पत्र और फर्जी फर्म बनाकर उनके पैसे हड़प लिए. जब किसानों को कृषि यंत्रों में हुए घोटाले का पता चला तो उन्होंने इसकी शिकायत जिलाधिकारी सोनिका सिंह से की. जिस पर डीएम ने कृषि अधिकारियों को मौके पर जाकर जांच करने के लिए कहा.

किसानों के घर के आगे उपकरण फेंक चलते बने अधिकारी: वहीं, जांच में किसानों के फर्जी शपथ पत्र और कागजों में ही उपकरण देना दर्शाया गया. जब ईटीवी भारत ने घोटाले की खबर को प्रमुखता से दिखाया तो संबंधित अधिकारियों ने आनन-फानन में कुछ उपकरणों को किसानों के घर के आगे फेंक दिए और कुछ किसानों को पैसे देकर मैनेज करने की भी कोशिश की गई, लेकिन अब कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कार्रवाई कर दी है. वहीं, आरोपी अधिकारियों पर कार्रवाई होने के बाद पीड़ित किसानों ने ईटीवी भारत का आभार जताया है.

डोईवाला: ईटीवी भारत की खबर का एक बार फिर से बड़ा असर देखने को मिला है. ईटीवी भारत ने डोईवाला विधानसभा और रायपुर ब्लॉक के अंतर्गत कृषि यंत्रों में घोटाले का मामला प्रमुखता से दिखाया था. खबर दिखाए जाने के बाद कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने मामले को गंभीरता से लेकर चार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है. इतना ही नहीं उन्होंने कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है तो बाकी तीन अधिकारियों को नोटिस जारी किया है.

गौर हो कि बीती 18 नवंबर को ईटीवी भारत ने 'डोईवाला में कृषि विभाग का गड़बड़झाला, फर्जी शपथ पत्र से हड़पा किसानों का 'हक', जांच कमेटी गठित' हेडलाइन से खबर को प्रमुखता से दिखाया था. इसके बाद 5 दिसंबर को 'रायपुर में बिना टैंक-पानी के कृषि विभाग ने किसानों को पकड़ा दिए फुहारे, बड़े घोटाले की आशंका' हेडलाइन से खबर प्रकाशित की. उसके बाद ईटीवी भारत ने 28 दिसंबर को डोईवाला पहुंचे कृषि मंत्री गणेश जोशी से रायपुर ब्लॉक में घोटाले के बारे में जानकारी ली. जिस पर 'कृषि यंत्र घोटाले के दोषियों पर कार्रवाई करेंगे मंत्री गणेश जोशी' नामक शीर्षक से खबर दिखाई.

डोईवाला विधानसभा और रायपुर ब्लॉक के अंतर्गत कृषि यंत्र घोटाले को ईटीवी भारत ने कई बार प्रमुखता से उठाया और कृषि मंत्री गणेश जोशी से भी घोटाले को लेकर सवाल जवाब किए. इसके बाद कृषि मंत्री गणेश जोशी के निर्देश पर विभाग ने आरोपी अधिकारियों के खिलाफ जांच कमेटी गठित की. मामले में डीएम सोनिका सिंह ने जांच की. जांच के बाद कृषि यंत्रों में घोटाले की बात सच साबित हुई. लिहाजा, इस मामले में कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी राजदेव पंवार को घोटाले में दोषी पाने पर सस्पेंड कर दिया.
ये भी पढ़ेंः रायपुर में बिना टैंक-पानी के कृषि विभाग ने किसानों को पकड़ा दिए फुहारे, बड़े घोटाले की आशंका

वहीं, मुख्य कृषि अधिकारी लतिका सिंह को नोटिस जारी किया है. जबकि, पूर्व विकासखंड प्रभारी रायपुर वीके धस्माना और सहायक कृषि अधिकारी न्याय पंचायत थानो वीरेंद्र सिंह नेगी को भी नोटिस दिया गया है. बता दें कि डोईवाला विधानसभा और रायपुर ब्लॉक के अंतर्गत संबंधित अधिकारियों ने लाभार्थी किसानों को दिए जाने वाले यंत्रों के नाम पर पैसों को ठिकाने लगाया था. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत 200 लाभार्थी किसानों के खेतों में स्प्रिंकलर सेट लगाए जाने थे.

Agricultural Equipment Scam in Doiwala
इस तरह से फेंक दिए गए थे पाइप

इस उपकरण को लगाने के लिए 1 लाख 20 हजार की लागत आनी थी. जिसमें 55% केंद्र सरकार, 25% राज्य सरकार और 20% किसानों को खुद वहन करना था, लेकिन संबंधित अधिकारियों ने किसानों के फर्जी शपथ पत्र और फर्जी फर्म बनाकर उनके पैसे हड़प लिए. जब किसानों को कृषि यंत्रों में हुए घोटाले का पता चला तो उन्होंने इसकी शिकायत जिलाधिकारी सोनिका सिंह से की. जिस पर डीएम ने कृषि अधिकारियों को मौके पर जाकर जांच करने के लिए कहा.

किसानों के घर के आगे उपकरण फेंक चलते बने अधिकारी: वहीं, जांच में किसानों के फर्जी शपथ पत्र और कागजों में ही उपकरण देना दर्शाया गया. जब ईटीवी भारत ने घोटाले की खबर को प्रमुखता से दिखाया तो संबंधित अधिकारियों ने आनन-फानन में कुछ उपकरणों को किसानों के घर के आगे फेंक दिए और कुछ किसानों को पैसे देकर मैनेज करने की भी कोशिश की गई, लेकिन अब कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कार्रवाई कर दी है. वहीं, आरोपी अधिकारियों पर कार्रवाई होने के बाद पीड़ित किसानों ने ईटीवी भारत का आभार जताया है.

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