ऋषिकेश: तीर्थनगरी के नियोजित विकास के लिए मास्टर प्लान 2031 के तहत संबंधित महकमों ने काम करना शुरू कर दिया है. इसको लेकर आज अपर आयुक्त आवास एवं शहरी विकास प्रकाश दुमका ने ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट, कोयल घाटी और संयुक्त यात्रा बस अड्डे का निरीक्षण किया. साथ ही उन्होंने कई विभागों के अधिकारियों के साथ मास्टर प्लान 2031 को लेकर बैठक की. इस दौरान भीड़भाड़ वाली गतिविधियों को शहर से बाहर ले जाने पर विचार किया गया.
नगर निगम कार्यालय में आवास एवं शहरी विकास अपर आयुक्त ने कई महकमों के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान प्रकाश दुमका को ऋषिकेश के मास्टर प्लान संबंधित अहम जानकारियों से अवगत कराया गया. बैठक में बताया गया कि ऋषिकेश में यातायात सुगम बनाने के लिए मास्टर प्लान के तहत पीडब्ल्यूडी नई रोड क्नेक्टिविटी विकसित करने जा रहा है. श्रद्धालुओं के त्रिवेणीघाट तक पहुंचने के मार्ग को भी बेहतर करने की योजना पर भी विचार विर्मश किया गया.
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अपर आयुक्त ने कहा भीड़भाड़ वाली गतिविधियों को ऋषिकेश शहर से बाहर करने पर विचार किया जा रहा है. जिसमें विशेष रूप से संयुक्त यात्रा बस अड्डा और अन्य क्षेत्र शामिल हैं. उन्होंने आस्थापथ को मुनिकी रेती से जोड़ने के लिए चंद्रभागा नदी पर पुल निर्माण का प्रस्ताव मास्टर प्लान में शामिल करने के निर्देश दिए. वहीं, ऋषिकेश में ट्रैफिक लोड को कम करने के लिए मल्टी स्टोरी पार्किंग की योजना बनाई जा रही है.
मौके पर नगर आयुक्त राहुल गोयल, एसडीएम सौरभ असवाल, नगर व ग्राम्य नियोजन विभाग की मुख्य नियोजक शालू, वन विभाग की एसडीओ र्स्पश काला, एमडीडीए सचिव मोहन सिंह बर्निया, सहायक नगर आयुक्त रमेश रावत, सहायक अभियंता अनुभव नौटियाल, नायब तहसीलदार विनोद तिवारी और कैलाश चंद्र पांडेय मौजूद थे.