देहरादूनः उत्तराखंड में ऑनलाइन फूड सप्लाई कंपनियों के डिलीवरी बॉय टारगेट पूरा करने के चक्कर में सड़क हादसे का शिकार हो रहे हैं. देहरादून में फूड डिलीवरी बॉय की सड़क हादसे में मौत के बाद परिवहन विभाग एक्शन मोड़ में आ गया है. आरटीओ प्रवर्तन ने कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर अल्टीमेटम दिया है. इसके तहत अब कंपनी के डिलीवरी बॉय को दो दिन की ट्रेनिंग देकर यातायात संबंधी जानकारी दी जाएगी. इसके बाद यातायात का उल्लंघन करने पर डिलीवरी बॉय के साथ ही कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि 6 अक्टूबर को प्रेम नगर के पास जोमैटो कंपनी के फूड डिलीवरी बॉय (बाइक) की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी. देहरादून यातायात विभाग ने घटना को गंभीरता से लेते हुए आरटीओ शैलेश तिवारी द्वारा जोमैटो, स्विगी व अन्य ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. बैठक में आरटीओ शैलेश तिवारी द्वारा कंपनी प्रतिनिधियों से डिलीवरी बॉय को सुरक्षित वाहन संचालन के मद्देनजर सड़क सुरक्षा से संबंधित ट्रेनिंग कराए जाने की जानकारी दी गई. साथ ही कहा गया कि डिलीवरी बॉय के पास गाड़ी के सभी दस्तावेज और वैध लाइसेंस होना चाहिए.
बाइक चताते हुए ब्लूटूथ या एयरफोन पर कर सकते हैं बात: आरटीओ द्वारा कंपनी प्रतिनिधियों से डिलीवरी बॉय की सूची मांगी गई है. आरटीओ प्रवर्तन ने निर्देश दिया कि सुरक्षा के मद्देनजर डिलीवरी बॉय द्वारा अनिवार्य रूप से हेलमेट पहना हो औ हेलमेट के पीछे रिफ्लेक्टर लगा होना चाहिए. डिलीवरी बॉय द्वारा रात में रिफ्लेक्टर जैकेट या शर्ट पहनी हो, जिससे की रात में अन्य वाहन चालक उनको आसानी से देख सकें. साथ ही डिलीवरी बॉय को फूड डिलीवरी जल्दी करने और तेज गति से गाड़ी चलाने के लिए बाध्य ना किया जाए. डिलीवरी बॉय गाड़ी चलाने के दौरान मोबाइल पर बात ना करें. बहुत आवश्यक होने पर ब्लूटूथ या एयरफोन से बात करें.
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रैश ड्राइविंग या ओवर स्पीड पर कंपनी के खिलाफ होगी कार्रवाई: आरटीओ प्रवर्तन शैलेश तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर में कई फूड कंपनी काम कर रही है. देहरादून में करीब 2000 लोग बाइक से रेस्टोरेंट और होटल से लोगों के घरों तक फूड पहुंचाने का काम कर रहे हैं. कई बार डिलीवरी बॉय की रैश ड्राइविंग और ओवर स्पीड की शिकायत मिलती है. कई बार इनपर लिमिटेड समय में सामान पहुंचाने का दबाव बनाया जाता है. जिस कारण रैश ड्राइविंग करते हैं और हादसे को न्योता देते हैं. ऐसे में उक्त कंपनी और फूड डिलीवरी बॉय के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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