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हादसों का राज्य बन गया है उत्तराखंड, पिछले 2 साल में मारे गए 150 से ज्यादा लोग - उत्तराखंड हादसा

उत्तराखंड में आज का मंगल अमंगल रहा. प्रदेश में आज कुल 6 हादसों में 18 लोगों की मौत हुई. पिछले सालों के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो हर साल लगभग 80 से 100 लोग हादसों का शिकार हो जाते हैं. 2020-21 में सड़क हादसों में 150 से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई है.

Accidents in Uttarakhand
हादसों का राज्य बन गया है उत्तराखंड
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Published : Feb 22, 2022, 2:41 PM IST

Updated : Feb 22, 2022, 2:49 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड में आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं. इन हादसों में कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. शासन-प्रशासन स्तर से भी इन हादसों पर लगाम लगाने के लिए आए दिन अभियान चलाए जाते हैं. जनता से सड़क नियमों का पालन कराया जाता है, उसके बावजूद भी शासन-प्रशासन के उपाय कारगर साबित नहीं हो पा रहे हैं. आंकड़ों के मुताबिक, उत्तराखंड में हर साल बड़े सड़क हादसों में 80 से 100 लोग अपनी जान गवां बैठते हैं. आइए जानते हैं पिछले दो साल में उत्तराखंड के जिलों के सड़क हादसों और मौतों का आंकड़ा.

उत्तराखंड के पहाड़ी जिले उत्तरकाशी की बात की जाए तो 2020 में जिले में कोई दुर्घटना नहीं हुई, जबकि 2021 में 2 दुर्घटनाएं हुईं जिसमें 2 लोगों की मौत हुईं. टिहरी जिले की बात की जाए तो टिहरी में 2020 में 2 दुर्घटना हुईं, जिसमें 7 लोग काल के गाल में समा गए. इन दो हादसों में कुल 4 लोग घायल हो गए. वहीं, साल 2021 में 3 दुर्घटना हुई जिसमें 4 की मौत और 2 लोग घायल हुए.

Accidents in Uttarakhand
उत्तराखंड में हादसों का आंकड़ा

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में मंगलवार का छठवां हादसा, ऋषिकेश में कार खाई में गिरने से दो की मौत, दो घायल

इसी तरह पौड़ी जिले में 2020 में एक दुर्घटना हुई जिसमें दो लोग घायल हुए. जबकि 2021 में 4 दुर्घटना में 3 लोगों की मौत हो गई. इस हादसों में 2 शख्स जख्मी हुए. वहीं, चमोली और रुद्रप्रयाग जिले में 2020-21 में हादसों का ग्राफ कम रहा. चमोली में 2022 में कोई दुर्घटना नहीं हुई. जबकि 2021 में एक दुर्घटना हुई, जिसमें एक की मौत हुई. इसी तरफ रुद्रप्रयाग में 2020 में एक दुर्घटना हुई जिसमें एक मुसाफिर की मौत हुई. वहीं, 2021 में जिले में कोई हादसा नहीं हुआ.

देहरादून-हरिद्वार में सबसे ज्यादा हादसेः उत्तराखंड में हादसों का ग्राफ सबसे ज्यादा देहरादून में रहा. देहरादून में 2020 में 13 दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 8 लोगों की मौत हुईं और 10 लोग घायल हुए. वहीं, 2021 में 43 दुर्घटना हुईं जिसमें 17 लोगों की मौत हुईं और 31 घायल हुए. वहीं, हरिद्वार में 2020 में 17 दुर्घटनाएं हुईं. इन हादसों में 10 लोगों की मौत हुईं जबकि 11 लोग घायल हुए. इसी तरह 2021 में 37 हादसे हुए, जिसमें 26 मौतें हुईं और 39 घायल हुए.

ये भी पढ़ेंः चंपावत में बारातियों की गाड़ी खाई में गिरने से 11 की मौत, PM मोदी ने जताया शोक, 2-2 लाख के मुआवजे का ऐलान

कुमाऊं में उधमसिंह नगर हादसों में अव्वलः इसी तरफ कुमाऊं के नैनीताल जिले में 2020 में 11 सड़क हादसों में 7 लोगों ने अपनी जान गवाईं. इन हादसों में 5 लोग घायल हो गए. इसी क्रम में 2021 में 23 दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 9 लोगों की मौत हुईं और 17 लोग घायल हो गए. उधमसिंह नगर जिले की बात की जाए तो उधमसिंह नगर में 2020 में 37 दुर्घटनाएं हुईं. इन हादसों में 32 मौतें हुईं जबकि 14 घायल हुए. 2021 में 32 दुर्घटनाएं हुईं. इन हादसों में 19 मौतें हुईं और 18 शख्स घायल हो गए.

बागेश्वर सबसे सुरक्षितः अल्मोड़ा में 2020 में कोई दुर्घटना नहीं हुई. जबकि 2021 में चार दुर्घटनाएं हुईं जिसमें एक शख्स की जान गई, जबकि 18 लोग घायल हो गए. इसी तरफ पिथौरागढ़ में 2020 में एक दुर्घटना हुई जिसमें एक की मौत हुई. तो 2021 कोई हादसा नहीं हुआ. चंपावत में भी 2020 में कोई दुर्घटना नहीं हुई. तो 2021 में एक दुर्घटना में एक मौत हुई. बागेश्वर में 2020-21 में कोई दुर्घटना नहीं हुई.

ये भी पढ़ेंः पौड़ी के दुगड्डा में खाई में किसी कार, तीन शिक्षकों की मौत, दो घायल

आज 6 हादसों में 18 लोगों की मौतः पहला हादसा देर रात चंपावत में हुआ. यहां 11 बारातियों की मौत हो चुकी है. दूसरा हादसा पौड़ी जिले के दुगड्डा में हुआ. यहां तीन शिक्षकों की मौत हुई. तीसरा हादसा नैनीताल के भीमताल में हुआ. यहां दिल्ली के 5 पर्यटक घायल हुए हैं. चौथा हादसा मसूरी में हुआ. यहां कार खाई में गिरने से दिल्ली के दो पर्यटक घायल हो गए. पांचवां हादसा बाजपुर में हुआ था. यहां पिता-पुत्र की दुर्घटना में मौत हो गई थी. छठवां हादसा ऋषिकेश के पास मुनि की रेती में हुआ है. इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है.

देहरादूनः उत्तराखंड में आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं. इन हादसों में कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. शासन-प्रशासन स्तर से भी इन हादसों पर लगाम लगाने के लिए आए दिन अभियान चलाए जाते हैं. जनता से सड़क नियमों का पालन कराया जाता है, उसके बावजूद भी शासन-प्रशासन के उपाय कारगर साबित नहीं हो पा रहे हैं. आंकड़ों के मुताबिक, उत्तराखंड में हर साल बड़े सड़क हादसों में 80 से 100 लोग अपनी जान गवां बैठते हैं. आइए जानते हैं पिछले दो साल में उत्तराखंड के जिलों के सड़क हादसों और मौतों का आंकड़ा.

उत्तराखंड के पहाड़ी जिले उत्तरकाशी की बात की जाए तो 2020 में जिले में कोई दुर्घटना नहीं हुई, जबकि 2021 में 2 दुर्घटनाएं हुईं जिसमें 2 लोगों की मौत हुईं. टिहरी जिले की बात की जाए तो टिहरी में 2020 में 2 दुर्घटना हुईं, जिसमें 7 लोग काल के गाल में समा गए. इन दो हादसों में कुल 4 लोग घायल हो गए. वहीं, साल 2021 में 3 दुर्घटना हुई जिसमें 4 की मौत और 2 लोग घायल हुए.

Accidents in Uttarakhand
उत्तराखंड में हादसों का आंकड़ा

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इसी तरह पौड़ी जिले में 2020 में एक दुर्घटना हुई जिसमें दो लोग घायल हुए. जबकि 2021 में 4 दुर्घटना में 3 लोगों की मौत हो गई. इस हादसों में 2 शख्स जख्मी हुए. वहीं, चमोली और रुद्रप्रयाग जिले में 2020-21 में हादसों का ग्राफ कम रहा. चमोली में 2022 में कोई दुर्घटना नहीं हुई. जबकि 2021 में एक दुर्घटना हुई, जिसमें एक की मौत हुई. इसी तरफ रुद्रप्रयाग में 2020 में एक दुर्घटना हुई जिसमें एक मुसाफिर की मौत हुई. वहीं, 2021 में जिले में कोई हादसा नहीं हुआ.

देहरादून-हरिद्वार में सबसे ज्यादा हादसेः उत्तराखंड में हादसों का ग्राफ सबसे ज्यादा देहरादून में रहा. देहरादून में 2020 में 13 दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 8 लोगों की मौत हुईं और 10 लोग घायल हुए. वहीं, 2021 में 43 दुर्घटना हुईं जिसमें 17 लोगों की मौत हुईं और 31 घायल हुए. वहीं, हरिद्वार में 2020 में 17 दुर्घटनाएं हुईं. इन हादसों में 10 लोगों की मौत हुईं जबकि 11 लोग घायल हुए. इसी तरह 2021 में 37 हादसे हुए, जिसमें 26 मौतें हुईं और 39 घायल हुए.

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कुमाऊं में उधमसिंह नगर हादसों में अव्वलः इसी तरफ कुमाऊं के नैनीताल जिले में 2020 में 11 सड़क हादसों में 7 लोगों ने अपनी जान गवाईं. इन हादसों में 5 लोग घायल हो गए. इसी क्रम में 2021 में 23 दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 9 लोगों की मौत हुईं और 17 लोग घायल हो गए. उधमसिंह नगर जिले की बात की जाए तो उधमसिंह नगर में 2020 में 37 दुर्घटनाएं हुईं. इन हादसों में 32 मौतें हुईं जबकि 14 घायल हुए. 2021 में 32 दुर्घटनाएं हुईं. इन हादसों में 19 मौतें हुईं और 18 शख्स घायल हो गए.

बागेश्वर सबसे सुरक्षितः अल्मोड़ा में 2020 में कोई दुर्घटना नहीं हुई. जबकि 2021 में चार दुर्घटनाएं हुईं जिसमें एक शख्स की जान गई, जबकि 18 लोग घायल हो गए. इसी तरफ पिथौरागढ़ में 2020 में एक दुर्घटना हुई जिसमें एक की मौत हुई. तो 2021 कोई हादसा नहीं हुआ. चंपावत में भी 2020 में कोई दुर्घटना नहीं हुई. तो 2021 में एक दुर्घटना में एक मौत हुई. बागेश्वर में 2020-21 में कोई दुर्घटना नहीं हुई.

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आज 6 हादसों में 18 लोगों की मौतः पहला हादसा देर रात चंपावत में हुआ. यहां 11 बारातियों की मौत हो चुकी है. दूसरा हादसा पौड़ी जिले के दुगड्डा में हुआ. यहां तीन शिक्षकों की मौत हुई. तीसरा हादसा नैनीताल के भीमताल में हुआ. यहां दिल्ली के 5 पर्यटक घायल हुए हैं. चौथा हादसा मसूरी में हुआ. यहां कार खाई में गिरने से दिल्ली के दो पर्यटक घायल हो गए. पांचवां हादसा बाजपुर में हुआ था. यहां पिता-पुत्र की दुर्घटना में मौत हो गई थी. छठवां हादसा ऋषिकेश के पास मुनि की रेती में हुआ है. इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है.

Last Updated : Feb 22, 2022, 2:49 PM IST
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