देहरादून: 27 अगस्त की सुबह देहरादून और ऋषिकेश को जोड़ने वाला रानीपोखरी का पुल भरभरा कर गिर गया था. जिसके बाद से ही प्रदेश की सियासत चरम पर है. विपक्षी दल कांग्रेस और आप सरकार पर लगातार हमलावर हैं. इस कड़ी में आज आप कार्यकर्ताओं ने रानीपोखरी पुल हादसे को लेकर पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज के कार्यालय का घेराव किया.
गौरतलब है कि बीते मंगलवार को आप नेता कर्नल कोठियाल ने दावा किया था कि अगर सरकार उन्हें मौका दे तो वह 48 घंटे में बैली ब्रिज तैयार करवा देंगे. वहीं, आज आप कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने रानीपोखरी पुल टूटने के पीछे सरकार की लापरवाही बताया. साथ ही पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज के सुभाष रोड स्थित कार्यालय का घेराव करने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने पहले ही प्रदर्शनकारियों को बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया.
ये भी पढ़ें: रानी पोखरी पुल COLLAPSE, हादसा या लापरवाही ?
इस दौरान पुलिस और आप कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई. पुलिस द्वारा रोके जाने से नाराज कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और पीडब्ल्यूडी मंत्री से इस्तीफे की मांग की. आप ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि रानीपोखरी के जाखन नदी पर बना पुल पीडब्ल्यूडी की अनियमितता और विभागीय मंत्री की लापरवाही के कारण ढह गया.
आप प्रदेश प्रवक्ता नवीन पिरशाली ने कहा कि भाजपा सरकार केवल राजनीति कर रही है और अपनी पार्टी को बूथ स्तरों पर मजबूत करने में जुटी हुई है. भाजपा सरकार को राज्य की सड़कों और पुलों की कोई चिंता नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस पुल की मेंटेनेंस पर सरकार ने 40 लाख रुपए खर्च कर दिए, उसके बावजूद पुल टूट गया.
इससे पता चलता है कि भाजपा शासन काल में किस तरह से घोर वित्तीय अनियमितताएं बरती जा रही हैं. ऐसे में नैतिकता के आधार पर पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज से इस्तीफे की मांग की है.