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AAP ने सरकार पर लगाया श्रमिक और किसान विरोधी होने का आरोप, रखा उपवास

उत्तराखंड के सभी प्रमुख शहरों में आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक एसएस कलेर की अगुवाई में श्रमिक और किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ सामूहिक उपवास रखा गया .

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Published : May 15, 2020, 5:01 PM IST

Updated : May 25, 2020, 2:34 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी और विधायक दिनेश मोहनिया के आह्वान पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक एसएस कलेर की अगुवाई में श्रमिक और किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों में सामूहिक उपवास रखा गया .

इस दौरान आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आप कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार की तरफ से पूर्व में लागू श्रमिक कानूनों में किए गए फेरबदल के खिलाफ सामूहिक उपवास रखा है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में लॉकडाउन के बीच सबसे ज्यादा परेशानी श्रमिकों को हो रही है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं.

पढ़ें: लॉकडाउन: घर वापसी न होती देख बिहार के श्रमिकों का टूटा सब्र, जमकर किया हंगामा

इसी प्रकार से प्रदेश के पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में किसानों की भी दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है. भारी बारिश और ओलावृष्टि के चलते किसानों की आर्थिक स्थिति और भी ज्यादा खराब हो गई है. आम आदमी पार्टी ने सरकार से मांग की है कि किसानों की ऋण माफी के साथ ही बिजली और पानी के बिलों को माफ करने के अलावा किसानों को मुफ्त में खाद-बीज की व्यवस्था दी जाए.

देहरादून: उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी और विधायक दिनेश मोहनिया के आह्वान पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक एसएस कलेर की अगुवाई में श्रमिक और किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों में सामूहिक उपवास रखा गया .

इस दौरान आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आप कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार की तरफ से पूर्व में लागू श्रमिक कानूनों में किए गए फेरबदल के खिलाफ सामूहिक उपवास रखा है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में लॉकडाउन के बीच सबसे ज्यादा परेशानी श्रमिकों को हो रही है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं.

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इसी प्रकार से प्रदेश के पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में किसानों की भी दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है. भारी बारिश और ओलावृष्टि के चलते किसानों की आर्थिक स्थिति और भी ज्यादा खराब हो गई है. आम आदमी पार्टी ने सरकार से मांग की है कि किसानों की ऋण माफी के साथ ही बिजली और पानी के बिलों को माफ करने के अलावा किसानों को मुफ्त में खाद-बीज की व्यवस्था दी जाए.

Last Updated : May 25, 2020, 2:34 PM IST
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