देहरादूनः उत्तराखंड में बेरोजगारी एक गंभीर समस्या बनी हुई है. सूबे के युवा दिल्ली, मुंबई, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में काम करने को मजबूर हैं. अपने राज्य छोड़ दूसरे प्रांतों में काम की तलाश में जा रहे युवाओं की वजह से पलायन हो रहा है. जो सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. इन सबके इतर सरकार युवाओं को रोजगार देने की बात कह रही है, लेकिन हाल ये हैं सूबे में बेरोजगारों की संख्या लाखों में हैं तो रोजगार गिनती भर युवाओं को मिला है. इसकी तस्दीक आंकड़े दे रहे हैं.
दरअसल, सेवायोजन कार्यालय में लाखों की संख्या में बेरोजगार युवा पंजीकृत हैं, जो नौकरी की आस लगाए बैठे हैं. इतना ही नहीं प्रदेश में समय-समय पर तमाम बेरोजगार युवा, नौकरियों को लेकर प्रदर्शन करते भी दिखाई देते रहे हैं. बावजूद इसके युवाओं का सरकारी नौकरी पाने का सपना, सपना ही बना हुआ है. सेवायोजन विभाग की ओर से रोजगार मेले का आयोजन किया जाता है. रोजगार मेले में तमाम कंपनिया आती हैं जो युवाओं को चयनित करती हैं. लेकिन पिछले डेढ़ सालों के भीतर लगाए गए रोजगार मेलों में करीब 4 हडार युवाओं को ही रोजगार मिल पाया है जबकि बेरोजगार युवाओं की एक लंबी फौज रोजगार का इंतजार कर रही है.
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ताजा आंकड़ों के अनुसार, रोजगार मेले के माध्यम से पिछले करीब डेढ़ सालों में 4429 युवाओं को रोजगार दिया गया है. जबकि, प्रदेश भर में 257 जगहों पर रोजगार मेले का आयोजन किया गया. लिहाजा, जिस रफ्तार में युवाओं को नौकरी मिल रही हैं, ऐसे में बेरोजगारों को नौकरी मिलने में सालों बीत सकते हैं.
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कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में पिछले डेढ़ साल के भीतर 257 जगहों पर रोजगार मेले का आयोजन किया गया. इस रोजगार मेले से अभी तक प्रदेश के 4429 युवाओं को रोजगार मिला है. सबसे ज्यादा देहरादून जिले के युवाओं को रोजगार मेले का लाभ मिला है.
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रोजगार मेले से देहरादून जिले से 1170 युवाओं के हाथ रोजगार लगा है, लेकिन ये आंकड़े बताते हैं कि मात्र गिनती भर युवाओं को नौकरी मिल रही है. जबकि, बेरोजगारों की संख्या लाखों में है. इधर, सूबे में पेपर लीक से लेकर नौकरियों में धांधली की वजह से युवा टूट से गए हैं. उधर, सीएम धामी युवाओं को रोजगार मुहैया कराने की बात कह रहे हैं. उनका कहना है कि विभागों में खाली पड़े पदों को भरने के लिए विभागों को अधियाचन देने के निर्देश दिए गए हैं.
उत्तराखंड में इतने युवाओं को मिला रोजगार-
- अल्मोड़ा जिले में 52 जगहों पर रोजगार मेले का आयोजन किया गया. जिससे 684 युवाओं को रोजगार मिला.
- देहरादून जिले में 8 जगहों पर रोजगार मेले का आयोजन हुआ. जिसमें 1170 युवाओं को रोजगार मिला.
- पौड़ी जिले में 5 जगहों पर रोजगार मेले का आयोजन किया गया. जिससे 243 युवाओं को रोजगार मिला.
- नैनीताल जिले में 13 जगहों पर रोजगार मेले का आयोजन किया गया. जिससे 229 युवाओं को रोजगार मिला.
- पिथौरागढ़ जिले में 20 जगहों पर रोजगार मेले का आयोजन किया गया. जिससे 344 युवाओं को रोजगार मिला.
- उधम सिंह नगर जिले में 63 जगहों पर रोजगार मेले का आयोजन किया गया. जिससे 736 युवाओं को रोजगार मिला.
- बागेश्वर जिले में 26 जगहों पर रोजगार मेले का आयोजन किया गया. जिससे 321 युवाओं को रोजगार मिला.
- चंपावत जिले में 7 जगहों पर रोजगार मेले का आयोजन किया गया. जिससे 66 युवाओं को रोजगार मिला.
- टिहरी जिले में 29 जगहों पर रोजगार मेले का आयोजन किया गया. जिससे 297 युवाओं को रोजगार मिला.
- उत्तरकाशी जिले में 11 जगहों पर रोजगार मेले का आयोजन किया गया. जिससे 108 युवाओं को रोजगार मिला.
- हरिद्वार जिले में 10 जगहों पर रोजगार मेले का आयोजन किया गया. जिससे 89 युवाओं को रोजगार मिला.
- चमोली जिले में 5 जगहों पर रोजगार मेले का आयोजन किया गया. जिससे 92 युवाओं को रोजगार मिला.
- रुद्रप्रयाग जिले में 8 जगहों पर रोजगार मेले का आयोजन किया गया. जिससे 50 युवाओं को रोजगार मिला.