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चारधाम यात्रा शुरू होने में बचे 20 दिन और तैयारियां शून्य

इस समय देशभर में चुनावी माहौल है और इसी चुनावी माहौल के बीच चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है. चारधाम यात्रा शुरू होने में करीब 20 दिन बचे हैं, लेकिन तैयारियों की बात करें तो चुनाव की वजह से तैयारियों का कुछ अता-पता नहीं है.

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Published : Apr 16, 2019, 6:54 PM IST

Updated : Apr 16, 2019, 7:23 PM IST

चारधाम यात्रा

देहरादून: इस समय देशभर में चुनावी माहौल है और इसी चुनावी माहौल के बीच चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है. चारधाम यात्रा शुरू होने में करीब 20 दिन बचे हैं, लेकिन तैयारियों की बात करें तो चुनाव की वजह से तैयारियों का कुछ अता-पता नहीं है. प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज चुनाव प्रचार प्रसार में व्यस्त हैं तो वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी अन्य राज्य में चुनाव प्रचार-प्रसार पर जा रहे हैं. हालांकि इस बार 7 मई को गंगोत्री, यमुनोत्री धाम के कपाट, 9 मई को केदारनाथ धाम के कपाट और 10 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुल रहे हैं.

लोकसभा चुनाव का चारधाम की तैयारियों पर अच्छा खासा असर पड़ता दिख रहा है. हालांकि मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर कहा कि यात्रा से जुड़ी सभी तैयारियां मुकम्मल की जा रही हैं.

आपको बता दें कि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने में करीब 20 दिन ही बचे हैं. लेकिन अभी तक चारधाम यात्रा सुचारू रूप से चलाने के लिए कुछ कार्य नहीं हुआ है. चारधाम यात्रा में लाखों श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं. ऐसे में उत्तराखंड सरकार और चारधाम मंदिर समिति की जिम्मेदारी होती है कि चारधाम की सारी व्यवस्थाओं को मुकम्मल कराए. ताकि दर्शन के लिए पहुंच रहे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े.

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हालांकि उत्तराखंड में तो मतदान समाप्त हो गया है, लेकिन चारधाम यात्रा में देशभर से लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं और इस बार देशभर में लोकसभा चुनाव का मतदान सात चरणों में हो रहा है. ऐसे में साफ तौर पर कहा जा सकता है कि देश भर में हो रहे चुनाव का चारधाम यात्रा पर अच्छा खासा फर्क पड़ सकता है, यानि इस बार चुनाव, तैयारियों और व्यवस्थाओं की कमी की वजह से श्रद्धालुओं में संख्या में कमी देखी जा सकती है.

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पहाड़ी क्षेत्रों पर भारी बर्फबारी की वजह से तमाम बेसिक सुविधाओं बिजली,पेयजल, संचार आदि माध्यमों में अच्छा खासा असर पड़ा है और इन व्यवस्थाओं को सुचारू रूप में लाने के लिए प्रशासन को कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी. लिहाजा अभी पहाड़ी क्षेत्रों की बात करें तो तमाम पहाड़ी क्षेत्र ऐसे भी हैं जहां कई फीट बर्फ पड़ी हुई है. ऐसे में साफ कहा जा सकता है कि अगर प्रशासन ने समय रहते व्यवस्थाओं को दुरुस्त नहीं किया तो ऐसे में श्रद्धालुओं को अच्छी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.

देहरादून: इस समय देशभर में चुनावी माहौल है और इसी चुनावी माहौल के बीच चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है. चारधाम यात्रा शुरू होने में करीब 20 दिन बचे हैं, लेकिन तैयारियों की बात करें तो चुनाव की वजह से तैयारियों का कुछ अता-पता नहीं है. प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज चुनाव प्रचार प्रसार में व्यस्त हैं तो वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी अन्य राज्य में चुनाव प्रचार-प्रसार पर जा रहे हैं. हालांकि इस बार 7 मई को गंगोत्री, यमुनोत्री धाम के कपाट, 9 मई को केदारनाथ धाम के कपाट और 10 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुल रहे हैं.

लोकसभा चुनाव का चारधाम की तैयारियों पर अच्छा खासा असर पड़ता दिख रहा है. हालांकि मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर कहा कि यात्रा से जुड़ी सभी तैयारियां मुकम्मल की जा रही हैं.

आपको बता दें कि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने में करीब 20 दिन ही बचे हैं. लेकिन अभी तक चारधाम यात्रा सुचारू रूप से चलाने के लिए कुछ कार्य नहीं हुआ है. चारधाम यात्रा में लाखों श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं. ऐसे में उत्तराखंड सरकार और चारधाम मंदिर समिति की जिम्मेदारी होती है कि चारधाम की सारी व्यवस्थाओं को मुकम्मल कराए. ताकि दर्शन के लिए पहुंच रहे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े.

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हालांकि उत्तराखंड में तो मतदान समाप्त हो गया है, लेकिन चारधाम यात्रा में देशभर से लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं और इस बार देशभर में लोकसभा चुनाव का मतदान सात चरणों में हो रहा है. ऐसे में साफ तौर पर कहा जा सकता है कि देश भर में हो रहे चुनाव का चारधाम यात्रा पर अच्छा खासा फर्क पड़ सकता है, यानि इस बार चुनाव, तैयारियों और व्यवस्थाओं की कमी की वजह से श्रद्धालुओं में संख्या में कमी देखी जा सकती है.

पढ़ें- एयरोप्लेन रेस्टोरेंट में बैठकर मिलेगा खाने-पीने का आनंद, 'सुखोई' के साथ ले सकेंगे सेल्फी

पहाड़ी क्षेत्रों पर भारी बर्फबारी की वजह से तमाम बेसिक सुविधाओं बिजली,पेयजल, संचार आदि माध्यमों में अच्छा खासा असर पड़ा है और इन व्यवस्थाओं को सुचारू रूप में लाने के लिए प्रशासन को कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी. लिहाजा अभी पहाड़ी क्षेत्रों की बात करें तो तमाम पहाड़ी क्षेत्र ऐसे भी हैं जहां कई फीट बर्फ पड़ी हुई है. ऐसे में साफ कहा जा सकता है कि अगर प्रशासन ने समय रहते व्यवस्थाओं को दुरुस्त नहीं किया तो ऐसे में श्रद्धालुओं को अच्छी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.

Intro:देशभर में चुनावी महौल है और चुनावी महौल के बीच चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है। उत्तराखंड के चारधाम यात्रा शुरू होने में करीब 20 दिन बचे है। लेकिन अगर तैयारियों की बात करे तो इस बार चुनाव की वजह से कुछ तैयारियों का पता नहीं चल पा रहा है। प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज अन्य राज्यो में चुनाव प्रचार प्रसार में व्यस्त है तो वही कुछ दिन में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी अन्य राज्य में चुनाव प्रचार-प्रसार पर जा रहे है। हालांकि इस बार 7 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम का कपाट, 9 मई को केदारनाथ धाम का कपाट और 10 मई को बद्रीनाथ धाम का कपाट खुल रहे हैं। लेकिन इस लोकसभा चुनाव का चारधाम की तैयारियों पर अच्छा खासा असर पड़ता दिख रहा हैं।


Body:उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने में करीब 20 दिन ही बचे है। जब श्रद्धालुओं का जत्था आना शुरू हो जाएगा। लेकिन अभी तक चारधाम यात्रा सुचारू रूप से चलाने के लिए कुछ कार्य नही हुआ है। चारधाम यात्रा में लाखों श्रद्धालु दर्शन करने पहुचते है। ऐसे में उत्तराखंड सरकार और चारधाम मंदिर समिति की जिम्मेदारी होती है कि चारधाम की सारी व्यवस्थाओ को मुकम्मल कराये। ताकि दर्शन के लिए पहुच रहे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो।


चारधाम यात्रा पर चुनाव का पड़ेगा असर....

देशभर में चुनावी चल रहा है और इसी बीच चारधाम यात्रा शुरू हो रही है हालांकि उत्तराखंड में तो मतदान समाप्त हो गया है। लेकिन चारधाम यात्रा में देशभर से लाखो श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। और इस बार देशभर में लोकसभा चुनाव का मतदान सात चरणों में हो रहा है ऐसे में साफ तौर पर कहा जा सकता है कि देश भर में हो रहे चुनाव का चारधाम यात्रा पर अच्छा खासा फर्क पड़ सकता है। यानि इस बार जिस तरह से तैयारियो और व्यवस्थाओ की कमी और चुनाव की वजह से यात्रियों में कमी देखी जा सकती है।


चारधाम यात्रा तैयारियों की व्यवस्था पर असर.....

चारधाम यात्रा अगले महीने शुरू हो रही है। ऐसे में चारों धाम गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने में बस 20 दिन ही बचे हैं। लेकिन जिस तरह से चारधाम की तैयारियां चल रही हैं इससे साफ कहा जा सकता है कि इस बार चारधाम यात्रा पर चुनाव का अच्छा खासा असर पड़ रहा है। इसका एक वजह यह भी है कि पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज अन्य राज्यों में जाकर चुनाव प्रचार प्रसार में जुटे हैं इसके साथ ही कुछ दिन में ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी अन्य राज्यों में चुनाव प्रचार प्रसार के लिए जा रहे हैं। हालांकि इस बीच अभी तक तैयारियों को लेकर कोई खास विस्तृत बैठक भी नहीं किया गया। जिससे चारधाम यात्रा की हकीकत जाना जा सके।


भारी बर्फबारी से तमाम व्यवस्थाओं पर पड़ा है असर......

पहाड़ी क्षेत्रों पर भारी बर्फबारी की वजह से तमाम बेसिक सुविधाओं बिजली,पेयजल, संचार आदि माध्यमों में अच्छा खासा असर पड़ा है। और इन व्यवस्थाओं को सुचारू रूप में लाने के लिए प्रशासन को कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। लिहाजा अभी पहाड़ी क्षेत्रों की बात करें तो तमाम पहाड़ी क्षेत्र ऐसे भी हैं जहां कई फीट पर पड़े हुए हैं। ऐसे में साफ कहा जा सकता है कि अगर प्रशासन ने समय रहते व्यवस्थाओं को दुरुस्त नहीं किया तो ऐसे में श्रद्धालुओं को अच्छी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।

हालांकि मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने आचार संहिता के चलते कैमरे पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया। और जाते-जाते सिर्फ इतना कह गए कि चारधाम यात्रा से जुड़ी सभी तैयारियां मुकम्मल की जा रही है।


Conclusion:
Last Updated : Apr 16, 2019, 7:23 PM IST
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