देहरादून: 108 आपातकालीन एंबुलेंस सेवा के पूर्व कर्मचारियों का प्रदर्शन बुधवार को भी 9वें दिन जारी रहा. वहीं, इसको लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह धरना स्थल पर पहुंचे और उनकी मांगों का समर्थन करते हुए धरना स्थल पर कर्मचारियों को संबोधित किया. साथ ही बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि उनके राज्य में बेरोजगारी चरम पर है और स्वास्थ्य महकमा खुद मुख्यमंत्री के अधीन है, लेकिन सरकार का रवैया बेरोजगार के प्रति बेहद उदासीन है.
दरअसल उत्तराखंड राज्य में जीवीके EMRI की आपातकालीन सेवा में कार्यरत 717 से अधिक कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं, और बीते 9 दिनों से परेड ग्राउंड में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहें हैं, 108 सेवा के पूर्व कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें नई कंपनी में सामान वेतन के साथ समायोजन दिया जाए. कर्मचारी अपनी गुहार सीएम से लेकर आलाधिकारियों तक लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई समाधान नहीं निकला.
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जिसको लेकर अब आंदोलनकारियों ने अपना प्रदर्शन और तेज कर दिया है. 108 के कर्मचारियों ने सभी जिलों में अपना क्रमिक अनशन करना शुरू कर दिया है. आलम ये है कि प्रदर्शनकारियों की आर्थिक स्थिति दिन प्रति दिन खराब होती जा रही है. प्रदर्शनकारियों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा कि कंपनी प्रबंधन उनके बकाया वेतन का जल्द भुगतान करें, जिससे अपने परिवार की आजीविका चलाई जा सके.
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बीजेपी प्रभारी देवेंद्र भसीन ने कहा कि 108 आपातकालीन सेवा की अगर उत्तराखंड में दुर्गति हुई है तो इसकी जिम्मेदार केवल कांग्रेस सरकार रही है, वहीं, कांग्रेस सरकार के दौरान जो कंपनी 108 सेवा का संचालन कर रही थी. वह भी सामान रूप से जिम्मेदार है. सरकार का मूल उद्देश्य है कि लाइफ लाइन कही जाने वाली 108 सेवा को पुनर्जीवित किया जाए, और वह काम प्रारंभ हो चुका है इसी दिशा मे नई कंपनी ने 108 आपातकालीन सेवा का संचालन शुरू कर दिया है.