देहरादून: शहरों को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए संभागीय परिवहन प्राधिकरण ने बड़ा फैसला लिया है. संभागीय परिवहन प्राधिकरण ने देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की और विकासनगर में पिछले 10 साल से अधिक पुराने डीजल और पेट्रोल से चलने वाले ऑटो रिक्शा और विक्रम वाहनों को मार्च 2023 तक सड़कों से हटाने का फैसला लिया है. इनकी जगह सड़कों पर सीएनजी, बीएस-6 और इलेक्ट्रिक वाहन चलेंगे.
संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की बैठक करीब साढ़े 3 साल बाद हुई. जिसमें अहम फैसले हुए हैं. एनजीटी ने वाहनों को ग्रीन और क्लीन एनर्जी में बदलने के आदेश दिए हैं. पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए यह जरूरी भी है. इसलिए पहले चरण में संभाग के अधीन देहरादून हरिद्वार और टिहरी जिले में संचालक डीजल और पेट्रोल से चलने वाले ऑटो रिक्शा और विक्रम वालों को सड़क से बाहर करने का फैसला लिया गया है. डीजल और पेट्रोल ऑटो रिक्शा और विक्रम संचालकों को परमिट पर सीएनजी,बीएस-6 और इलेक्ट्रिक बाहर का ऑप्शन दिया गया है.
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आरटीओ सुनील शर्मा ने बताया संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक में कुछ महत्वपूर्ण बातों पर विचार किया गया. देहरादून शहर में प्रदूषण की समस्या बहुत ज्यादा है. जिसके संबंध में एनजीटी ने साफ निर्देश दिए हैं की प्रदूषण को कम किया जाए. साथ ही देहरादून में ट्रैफिक की बहुत ज्यादा समस्या है. इन सभी के मद्देनजर यह विचार किया गया कि यहां पर चलने वाले विक्रम और ऑटो रिक्शा के स्थान पर सीएनजी,इलेक्ट्रिक या फिर पेट्रोल के बीएस-6 मानक पूरे करने वाले वाहनों का संचालन किया जाये. यह कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा.