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मानव तस्करी के आरोपी तीन महिलाएं गिरफ्तार, ₹4 लाख में किया नाबालिग का सौदा - टनकपुर न्यूज

तीनों महिलाओं के खिलाफ पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है. बताया जा रहा है किय ये महिलाएं बीते लंबे समय से मानव तस्करी का काम कर रही थी.

चंपावत
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Published : Jul 15, 2020, 6:09 PM IST

Updated : Jul 15, 2020, 8:07 PM IST

चंपावत: टनकपुर क्षेत्र में पुलिस ने ह्यूमन ट्रैफिकिंग के आरोपी में तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है. इस दौरान पुलिस ने उनके पास एक नाबालिग लड़की को भी छुड़ाया है. तीनों महिलाएं उधम सिंह नगर जिले की रहने वाली है. तीनों महिला टनकपुर के पंचमुखी धर्मशाला में रुकी हुई थी.

पुलिस के मुताबिक, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल प्रभारी और उप निरीक्षक मंजू पांडे को मुखबिर से इन तीनों महिलाएं के बारे में सूचना मिली थी. जिसके बाद मंजू पांडे ने एक एनजीओ और मानव अधिकार कार्यकर्ता विनय शुक्ला के साथ मिलकर महिलाओं को पकड़ने के लिए एक प्लान तैयार किया. इस बारे में क्षेत्राधिकारी टनकपुर को भी अवगत कराया गया था.

ह्यूमन ट्रैफिकिंग गिरोह का खुलासा.

महिलाओं को पकड़ने के लिए हेड कांस्टेबल रवि चंद्र जोशी व मानव अधिकार कार्यकर्ता विनय शुक्ला ग्राहक बनकर आरोपियों के पास पहुंचे, जहां उन्होंने शादी के लिए लड़की की मांग रखी. दोनों ने अपने आप को दिल्ली का रहने वाला बताया. दोनों के बीच चार लाख रुपए में सौदा तय भी हो गया.

पढ़ें- विवाद के बीच भारत का कमलेश लाया नेपाली दुल्हनियां, खोला गया अंतरराष्ट्रीय पुल

इसके बाद बीते मंगलवार को गिरोह की सदस्य राजकुमारी ने हेड कांस्टेबल रवि चंद्र जोशी को फोन किया कि वह लड़की को लेकर टनकपुर आ रहे हैं. आरोपियों ने जोशी को पंचमुखी धर्मशाला में बुलाया था, जहां उन्होंने पहले से ही कमरा बुक करा रखा था.

पहली टीम में कांस्टेबल मुन्ना सिंह व विनय शुक्ला परिवार के सदस्य के रूप में पंचमुखी धर्मशाला पहुंचे, जहां उन्होंने गिरोह से सदस्यों से मिलकर लेने-देने की बात तय की. जबकि, दूसरी टीम ने उप निरीक्षक मंजू पांडेय के नेतृत्व में मौका पाकर मुख्य आरोपी राजकुमारी समेत उसकी अन्य दोनों साथियों को गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान उनके पास से 14 साल की नाबालिग बरामद की गई.

चंपावत: टनकपुर क्षेत्र में पुलिस ने ह्यूमन ट्रैफिकिंग के आरोपी में तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है. इस दौरान पुलिस ने उनके पास एक नाबालिग लड़की को भी छुड़ाया है. तीनों महिलाएं उधम सिंह नगर जिले की रहने वाली है. तीनों महिला टनकपुर के पंचमुखी धर्मशाला में रुकी हुई थी.

पुलिस के मुताबिक, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल प्रभारी और उप निरीक्षक मंजू पांडे को मुखबिर से इन तीनों महिलाएं के बारे में सूचना मिली थी. जिसके बाद मंजू पांडे ने एक एनजीओ और मानव अधिकार कार्यकर्ता विनय शुक्ला के साथ मिलकर महिलाओं को पकड़ने के लिए एक प्लान तैयार किया. इस बारे में क्षेत्राधिकारी टनकपुर को भी अवगत कराया गया था.

ह्यूमन ट्रैफिकिंग गिरोह का खुलासा.

महिलाओं को पकड़ने के लिए हेड कांस्टेबल रवि चंद्र जोशी व मानव अधिकार कार्यकर्ता विनय शुक्ला ग्राहक बनकर आरोपियों के पास पहुंचे, जहां उन्होंने शादी के लिए लड़की की मांग रखी. दोनों ने अपने आप को दिल्ली का रहने वाला बताया. दोनों के बीच चार लाख रुपए में सौदा तय भी हो गया.

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इसके बाद बीते मंगलवार को गिरोह की सदस्य राजकुमारी ने हेड कांस्टेबल रवि चंद्र जोशी को फोन किया कि वह लड़की को लेकर टनकपुर आ रहे हैं. आरोपियों ने जोशी को पंचमुखी धर्मशाला में बुलाया था, जहां उन्होंने पहले से ही कमरा बुक करा रखा था.

पहली टीम में कांस्टेबल मुन्ना सिंह व विनय शुक्ला परिवार के सदस्य के रूप में पंचमुखी धर्मशाला पहुंचे, जहां उन्होंने गिरोह से सदस्यों से मिलकर लेने-देने की बात तय की. जबकि, दूसरी टीम ने उप निरीक्षक मंजू पांडेय के नेतृत्व में मौका पाकर मुख्य आरोपी राजकुमारी समेत उसकी अन्य दोनों साथियों को गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान उनके पास से 14 साल की नाबालिग बरामद की गई.

Last Updated : Jul 15, 2020, 8:07 PM IST
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