चंपावत: 11 महीने के बाद भारत-नेपाल सीमा कुछ शर्तों के साथ खुल चुकी है. जिसके बाद आवश्यक कार्य हेतु नेपाल जाने वालों ने भारतीय नागरिकों ने राहत की सांस ली है. अभी नेपाल प्रशासन ने कुछ शर्तों के साथ सीमा खोली है. परन्तु इन सभी शर्तों का पालन करना आम भारतीय नागरिक के लिए बेहद पेचीदा सा मालूम पड़ता है. लेकिन अभी भी भारतीय नागरिकों के निजी वाहनों को नेपाल में प्रवेश की इजाजत नहीं दी गयी है.
एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने बताया कि नेपाल के सीडीओ (जिलाधिकारी) से उनकी बात हुई है. जिस पर उन्होंने कहा कि नेपाल प्रशासन ने सीमा खोल देने की बात कही है और बनबसा और टनकपुर सीमा को नेपाल प्रशासन ने खोल दिया है, पर नेपाल सरकार ने सीमा में प्रवेश हेतु कुछ शर्तें भी रखीं हैं. ये तय हुआ है कि भारतीय प्राइवेट वाहनों के नेपाल प्रवेश पर रोक रहेगी. सिर्फ ट्रांसपोर्ट या सामान ले जाने वाले वाहनों को ही जाने की अनुमति रहेगी.
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नई शर्तों पर एक नजरः
- बीमार और अत्यंत आवश्यक कार्य से जाने वाले वाहनों को भी छूट मिलेगी, जिसे नेपाल प्रशासन तय करेगा.
- नेपाल जाने वाले भारतीय नागरिकों को कोविड रिपोर्ट दिखानी होगी या टेस्ट कराना होगा.
- बनबसा से नेपाल के प्रवेश द्वार गड्डा चौकी में लोगों को नेपाल जाने के लिए पंजीकरण फार्म भरना होगा. फार्म भरने में नेपाल की सुरक्षा एजेंसी लोगों की मदद करेंगी.
एसडीएम ने अनुसार नेपाली डीएम ने बताया कि केवल पूर्णागिरि मेले के दौरान ब्रह्मदेव स्थित सिद्धनाथ बाबा के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना जांच के बिना भी जाने दिया जाएगा. वे मंदिर के दर्शन कर भारत लौटेंगे.