चम्पावत: जिले में शुरू हुई इंदिरा अम्मा कैंटीन पर अब ताला लटक गया है. नगर के सहकारिता भवन के दो कमरों में चल रही इंदिरा अम्मा कैन्टीन पिछले तीन दिनों से बंद है. कैंन्टीन संचालक का कहना है कि सब्सिडी न मिलने के कारण उसने यह कैंटीन बंद कर दी है.
कैंटीन संचालक गिरधर सिंह ने बताया कि पिछले 9 महीने से उन्हें थाली पर मिलने वाली सब्सिडी नहीं मिल पायी है. जिसके कारण उन्हें कैंटीन संचालन का करने में दिक्कतें आ रही हैं. उन्होंने बताया पहले यहां 10 महिलाएं काम करती थी, मगर बजट न होने और वेतन न मिलने के कारण वे सभी यहां से काम छोड़कर चले गये हैं. अब सिर्फ यहां चार कर्मचारी ही रह गए हैं. जिसके कारण कैंटीन में व्यवस्थाएं चलाना मुश्किल हो रहा है.
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गिरधर सिंह बताते हैं कि इंदिरा अम्मा कैंटीन में हर रोज गरीब तबके के मजदूरों को सस्ती दरों पर खाना दिया जाता है, लेकिन अब कैंटीन के बंद हो जाने से उन्हें भी इस योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा. वहीं, सहायक परियोजना प्रबन्धक विम्मी जोशी का कहना है कि पहले की सरकारों में भी इस योजना के लिए बजट नहीं मिल पाया था. जल्द ही समस्याओं को हलकर कैंटीन संचालकों को भुगतान किया जाएगा. ताकि गरीब तबके को इस योजना का लाभ मिलता रहे.