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थराली: वन सरपंच चुनाव पर शुरू हुई 'महाभारत', ग्रामीणों ने SDM से लगाई गुहार - villagers oppose forest sarpanch

थराली में वन सरपंच चुनाव पर 'महाभारत' शुरू हो गई है. ग्रामीणों ने इस मामले में थराली SDM से शिकायत करते हुए चुनाव को निरस्त करने की मांग की है.

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वन सरपंच चुनाव पर शुरू हुई 'महाभारत'
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Published : Feb 10, 2020, 5:17 PM IST

Updated : Feb 10, 2020, 5:39 PM IST

थराली: नगर पंचायत क्षेत्र थराली के अंतर्गत थराली वन पंचायत क्षेत्र में इन दिनों वन सरपंच के चुनाव को लेकर माहौल गर्म है. यहां बीते एक फरवरी को हुए वन सरपंच के चुनाव में थराली के 9 तोको से 9 पंचों की सहमति से कानूनगो हिम्मत सिंह रौतेला और राजस्व उपनिरीक्षक चंद्र सिंह बुटोला की उपस्थिति में बबिता चंदोला को वन सरपंच चुना गया. इससे पहले भी कई बार चुनाव स्थगन के बाद बमुश्किल ही यहां वन सरपंच का चुनाव संभव हो सका है. अब थराली वन पंचायत क्षेत्र के अलग-अलग तोकों से आकर ग्रामीणों ने एक फरवरी को हुए इस सरपंच चुनाव को निरस्त करने की मांग थराली उपजिलाधिकारी से की है.

वन सरपंच चुनाव पर शुरू हुई 'महाभारत'

ग्रामीणों का कहना है कि एक फरवरी को हुए वन सरपंच के चुनाव में ग्रामीणों को नहीं बुलाया गया था. न ही गांव में एजेंडा घुमाकर प्रस्ताव मांगा गया था. ऐसे में गुपचुप तरीके से बिना ग्रामीणों की सहमति के वन सरपंच का चुनाव करवाया गया जो गलत है. सरपंच चुनी गईं बबीता चंदोला और उनके समर्थकों का कहना है कि गांव में सभी तोकों में चुनाव की जानकारी पहुंचा दी गयी थी. चुनाव में बबीता को नियमों के अनुसार ही चुना गया. इस चुनाव में राजस्व कानूनगो और राजस्व उपनिरीक्षक भी मौजूद थे. ऐसे में चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाना गलत है.

पढ़ें-लालटेन लेकर विकास कार्य खोजेगी कांग्रेस, सरकार के खिलाफ 24 फरवरी से होगा बड़ा आंदोलन

वहीं थराली उपजिलाधिकारी किशन सिंह नेगी ने बताया कि ग्रामीणों ने उन्हें मामले में शिकायत पत्र दिया है. दोनों पक्षों को सुनकर ही चुनाव निरस्तीकरण या फिर कोई और फैसला किया गया जाएगा. कुल मिलाकर कहा जाए तो इन दिनों थराली में वन सरपंच के चुनाव को लेकर महाभारत मची हुई है. हर कोई अपनी-अपनी दलीलें देकर अपना दावा कर रहा है.

थराली: नगर पंचायत क्षेत्र थराली के अंतर्गत थराली वन पंचायत क्षेत्र में इन दिनों वन सरपंच के चुनाव को लेकर माहौल गर्म है. यहां बीते एक फरवरी को हुए वन सरपंच के चुनाव में थराली के 9 तोको से 9 पंचों की सहमति से कानूनगो हिम्मत सिंह रौतेला और राजस्व उपनिरीक्षक चंद्र सिंह बुटोला की उपस्थिति में बबिता चंदोला को वन सरपंच चुना गया. इससे पहले भी कई बार चुनाव स्थगन के बाद बमुश्किल ही यहां वन सरपंच का चुनाव संभव हो सका है. अब थराली वन पंचायत क्षेत्र के अलग-अलग तोकों से आकर ग्रामीणों ने एक फरवरी को हुए इस सरपंच चुनाव को निरस्त करने की मांग थराली उपजिलाधिकारी से की है.

वन सरपंच चुनाव पर शुरू हुई 'महाभारत'

ग्रामीणों का कहना है कि एक फरवरी को हुए वन सरपंच के चुनाव में ग्रामीणों को नहीं बुलाया गया था. न ही गांव में एजेंडा घुमाकर प्रस्ताव मांगा गया था. ऐसे में गुपचुप तरीके से बिना ग्रामीणों की सहमति के वन सरपंच का चुनाव करवाया गया जो गलत है. सरपंच चुनी गईं बबीता चंदोला और उनके समर्थकों का कहना है कि गांव में सभी तोकों में चुनाव की जानकारी पहुंचा दी गयी थी. चुनाव में बबीता को नियमों के अनुसार ही चुना गया. इस चुनाव में राजस्व कानूनगो और राजस्व उपनिरीक्षक भी मौजूद थे. ऐसे में चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाना गलत है.

पढ़ें-लालटेन लेकर विकास कार्य खोजेगी कांग्रेस, सरकार के खिलाफ 24 फरवरी से होगा बड़ा आंदोलन

वहीं थराली उपजिलाधिकारी किशन सिंह नेगी ने बताया कि ग्रामीणों ने उन्हें मामले में शिकायत पत्र दिया है. दोनों पक्षों को सुनकर ही चुनाव निरस्तीकरण या फिर कोई और फैसला किया गया जाएगा. कुल मिलाकर कहा जाए तो इन दिनों थराली में वन सरपंच के चुनाव को लेकर महाभारत मची हुई है. हर कोई अपनी-अपनी दलीलें देकर अपना दावा कर रहा है.

Intro:वन सरपंच के चुनाव ने गरमाया माहौल

नगरपंचायत क्षेत्र थराली के अंतर्गत थराली वन पंचायत क्षेत्र में इन दिनों सरपंच के चुनाव को लेकर माहौल गर्म है , यहां बीते 1 फरवरी को हुए वन सरपंच के चुनाव में थराली के 9 तोको से 9 पंचों की सहमति से कानूनगो हिम्मत सिंह रौतेला ओर राजस्व उपनिरीक्षक चंद्र सिंह बुटोला की उपस्थिति में बबिता चंदोला को वन सरपंच चुना गया इससे पहले भी कई बार चुनाव स्थगन के बाद बमुश्किल यहां वन सरपंच का चुनाव संभव हो सका लेकिन अब थराली वन पंचायत क्षेत्र के अलग अलग तोको से आकर ग्रामीणों ने 1 फरवरी को हुए इस सरपंच चुनाव को निरस्त करने की मांग उपजिलाधिकारी थराली से की है

Body:स्थान / थराली

रिपोर्ट / गिरीश चंदोला

स्लग-वन सरपंच के चुनाव ने गरमाया माहौल


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एंकर-नगरपंचायत क्षेत्र थराली के अंतर्गत थराली वन पंचायत क्षेत्र में इन दिनों सरपंच के चुनाव को लेकर माहौल गर्म है , यहां बीते 1 फरवरी को हुए वन सरपंच के चुनाव में थराली के 9 तोको से 9 पंचों की सहमति से कानूनगो हिम्मत सिंह रौतेला ओर राजस्व उपनिरीक्षक चंद्र सिंह बुटोला की उपस्थिति में बबिता चंदोला को वन सरपंच चुना गया इससे पहले भी कई बार चुनाव स्थगन के बाद बमुश्किल यहां वन सरपंच का चुनाव संभव हो सका लेकिन अब थराली वन पंचायत क्षेत्र के अलग अलग तोको से आकर ग्रामीणों ने 1 फरवरी को हुए इस सरपंच चुनाव को निरस्त करने की मांग उपजिलाधिकारी थराली से की है


Vo-उपजिलाधिकारी थराली के पास शिकायत लेकर आये ग्रामीणों का कहना था कि 1 फरवरी को हुए वन सरपंच के चुनाव में ग्रामीणों को नही बुलाया गया और न ही गांव में एजेंडा घुमाकर प्रस्ताव मांगा गया ऐसे में गुपचुप तरीके से बिना ग्रामीणों की सहमति के वन सरपंच का चुनाव कराया गया है जिसे निरस्त किया जाय ,वहीं 1 फरवरी को हुए चुनाव में सरपंच चुनी गई बबिता चंदोला और उनके समर्थकों का कहना है कि गांव में सभी तोको में जानकारी पहुंचा दी गयी थी 1 फरवरी को जो चुनाव हुए उसमे विधिवत रूप से पंचों को चुनकर ही सरपंच का चुनाव सम्प्पन हुआ था जिसमे राजस्व विभाग के कानूनगो ओर राजस्व उपनिरीक्षक भी मौजूद थे ऐसे में चुनाव प्रक्रिया पर ही सवाल उठाना गलत है ,वहीं उपजिलाधिकारी थराली किशन सिंह नेगी ने बताया कि ग्रामीणों ने शिकायत पत्र उन्हें दिया है दोनो पक्षो को सुनकर ही चुनाव निरस्तीकरण या फिर इसे ही वैध माना जायेगा बहरहाल फिलहाल थराली में वन सरपंच का चुनाव भी किसी दंगल से कम नही बना हुआ है


Byte-हरीश पंत पार्षद अपर बाजार वार्ड

Byte-दीपा बिष्ट पूर्व प्रधान

Byte-किशन सिंह नेगी उपजिलाधिकारी थरालीConclusion:Vo-उपजिलाधिकारी थराली के पास शिकायत लेकर आये ग्रामीणों का कहना था कि 1 फरवरी को हुए वन सरपंच के चुनाव में ग्रामीणों को नही बुलाया गया और न ही गांव में एजेंडा घुमाकर प्रस्ताव मांगा गया ऐसे में गुपचुप तरीके से बिना ग्रामीणों की सहमति के वन सरपंच का चुनाव कराया गया है जिसे निरस्त किया जाय ,वहीं 1 फरवरी को हुए चुनाव में सरपंच चुनी गई बबिता चंदोला और उनके समर्थकों का कहना है कि गांव में सभी तोको में जानकारी पहुंचा दी गयी थी 1 फरवरी को जो चुनाव हुए उसमे विधिवत रूप से पंचों को चुनकर ही सरपंच का चुनाव सम्प्पन हुआ था जिसमे राजस्व विभाग के कानूनगो ओर राजस्व उपनिरीक्षक भी मौजूद थे ऐसे में चुनाव प्रक्रिया पर ही सवाल उठाना गलत है ,वहीं उपजिलाधिकारी थराली किशन सिंह नेगी ने बताया कि ग्रामीणों ने शिकायत पत्र उन्हें दिया है दोनो पक्षो को सुनकर ही चुनाव निरस्तीकरण या फिर इसे ही वैध माना जायेगा बहरहाल फिलहाल थराली में वन सरपंच का चुनाव भी किसी दंगल से कम नही बना हुआ है


Byte-हरीश पंत पार्षद अपर बाजार वार्ड

Byte-दीपा बिष्ट पूर्व प्रधान

Byte-किशन सिंह नेगी उपजिलाधिकारी थराली
Last Updated : Feb 10, 2020, 5:39 PM IST
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