चमोली: घाट विकास खंड के लांखी गांव पर सोमवार को मानसूनी बारिश कहर बनकर टूटी. लांखी गांव में सोमवार तड़के बादल फटने से शंकर लाल की दोनों बेटियों के साथ उनके भांजे अजय (24) मलबे में दब गए. जिन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया गया, लेकिन तीनों की मौत हो गई. एसडीआरफ ने स्थानीय लोगों की मदद से शाम को मलबे में दबे तीनों शव बाहर निकाला. अजय रक्षा बंधन मनाने के लिए अपने मामा के घर आया था.
पढ़ें- अब उत्तराखंड के सेबों को मिलेगी पहचान, किसान सुधीर चड्डा ने कर दिया ये काम
अजय को उसकी नानी ने ही रक्षा बंधन पर बुलाया था. अजय की ममेरी बहन (आरती और अंजली) भी इस हादसे का शिकार हो गईं. इन्हीं बहनों से अजय राखी बंधवाने के लिए आया था, लेकिन उसे क्या पता था तड़के 4 बजे कुदरत उन पर कहर बरपाएगा और उन तीनों की ये आखिरी रात होगी. शंकर लाल के परिवार में उसकी पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है.
पढ़ें- CM त्रिवेंद्र 14 अगस्त को डोइवाला में मनाएंगे रक्षाबंधन का पर्व, सैकड़ों महिलाएं बाधेंगी राखी
बता दें कि लांखी गांव में तड़के चार बजे के आसपास बादल फटा था. इस दौरान हुए भूस्खलन में शंकर लाल का मकान दब गया. शंकर लाल अपनी पत्नी और बेटे के साथ पास में ही बने दूसरे घर में सो रहा था. जबकि उसका भांजा अजय और उसकी दोनों बेटियां उसी घर में सो रही थी. वहीं बाहर के कमरे में सो रही शंकर लाल के भाई की बेटियों ने भाग कर किसी तरह अपनी जान बचाई.