चमोली: प्रदेश में बीते दिनों हुई फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती परीक्षाओं में धांधली का मामला सामने आया था, जिसे लेकर जिला मुख्यालय के जिलाधिकारी कार्यालय में एनएसयूआई के छात्र-छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया. वहीं, प्रदर्शनकारी छात्रों ने जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा है, जिसमें परीक्षा रद्द कर ये परीक्षा फिर से आयोजित करवाने की मांग की गई है.
चमोली में शुक्रवार को एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी के नेतृत्व में छात्रों ने जिलाधिकारी कार्यालय तक जुलूस निकाला. जहां पहुंचकर छात्रों ने प्रदेश सरकार, मुख्यमंत्री और वन मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी ने कहा कि राज्य सरकार, युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. परीक्षाओं में अनियमितताओं की बात सामने के आने के बाद भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. भंडारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार परीक्षा में हुई धांधली को लेकर अपना पल्ला झाड़ रही है. साथ ही उचित कार्रवाई करने में कोताही बरत रही है, जिससे छात्रों में खासा आक्रोश है.
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वहीं, प्रदेश अध्यक्ष मोहन सिंह भंडारी का कहना है कि अगर सरकार इस मामले में जल्द कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती है, तो वो छात्रों के साथ मिल कर इस आंदोलन को और धार देंगे. इस मौके पर संगठन के जिलाध्यक्ष संदीप नेगी, सूर्य प्रकाश पुरोहित, अभिषेक नेगी, विपिन फर्स्वाण, मनोज बिष्ट, प्रियंका, विनीता, अनामिका सहित अन्य छात्र-छात्राएं भी मौजूद रहीं.