चमोली: गलवान घाटी में चीन की हिमाकत के बाद भारत की ओर से मुंहतोड़ जवाब दिया गया है. जिसके बाद चमोली जिले के जोशीमठ क्षेत्र स्थित भारतीय सेना ने भारत-चीन सीमा की चौकियों में (बड़ाहोती, माणापास, घस्तोली) सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. भारत-चीन सीमा पर तनाव को देखते हुए सीमा क्षेत्र में भारतीय सेना लगातार हेलीकॉप्टर से रेकी कर रही है. वहीं, इस घटना के बाद से ही चमोली के लोगों में भी भारी रोष बना हुआ है.
पढ़ें- अल्मोड़ा: मलबा आने से बाड़ेछीना-शेराघाट मोटर मार्ग बंद, सैकड़ों वाहन फंसे
बता दें कि, लद्दाख में भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए हैं. जिसके बाद चीन की इस नापाक हरकत से देश भर में रोष है. वहीं, भारत-चीन सीमा की चौकियों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि सीमांत गांव माणा और नीति में यहां रहने वाले लोगों के लिए तीन माह की अतिरिक्त खाद्य सामग्री भेज दी गई है.
भारतीय सेना के रिटायर्ड कर्नल और रक्षा विशेषज्ञ डीएस बर्तवाल ने बताया कि चमोली में स्थित भारत-चीन सीमा बाड़ाहोती सहित अन्य सीमाओं पर भारतीय सेना काफी अच्छी स्थिति में है. उन्होंने बताया कि 1962 के बाद से अब बॉर्डर तक सड़के पहुंच चुकी हैं. भारतीय सेना और अर्धसैनिक बल मजबूती के साथ सीमाओं की निगहबानी कर रही है. बड़ाहोती बॉर्डर में फिलहाल तनाव जैसी स्थिति नहीं है, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है.