चमोलीः बीजेपी नेता और चमोली जिला पंचायत के उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत के नाप भूमि की राजस्व विभाग ने कुर्की कर ली है. इतना ही नहीं अब बकाया जमा न करने की स्थिति में राजस्व विभाग कुर्की की गई भूमि की नीलामी भी कर सकता है. राजस्व विभाग ने कुर्की की यह कार्रवाई अवैध खनन के मामले में रॉयल्टी जमा न करने पर की है.
थराली तहसीलदार प्रदीप नेगी ने बताया कि खनन से जुड़े एक मामले में खनन विभाग ने राजस्व विभाग को पत्र भेजा था. जिसमें चमोली जिला पंचायत के उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत पर खनन वसूली का करीब 2 लाख 25 हजार रुपए का बकाया था. ऐसे में राजस्व विभाग की ओर से लगातार बकाया धनराशि को जमा करने की ताकीद की जाती रही, लेकिन उनकी ओर से कुछ धनराशि तो जमा कर दी गई, लेकिन एक बड़ी धनराशि जमा नहीं की गई.
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ऐसे में राजस्व विभाग ने लक्ष्मण सिंह रावत को 73D का अंतिम नोटिस दिया. बावजूद इसके उन्होंने बकाया धनराशि जमा नहीं कराई. जिस पर नारायणबगड़ के नायब तहसीलदार दिगम्बर सिंह नेगी के नेतृत्व में एक राजस्व दल का गठन किया गया. जिसमें अमीन सत्य प्रसाद गौड़, राजस्व उप निरीक्षक राजकुमार सिद्ववान, अनुसेवक दर्शन सिंह कुंवर शामिल रहे. जिसके बाद राजस्व दल ने नारायणबगड़ विकासखंड के अंतर्गत ईड़ा और सणकोट गांवों में जाकर उसकी नाप भूमि की कुर्की की कार्रवाई की
तहसीलदार प्रदीप नेगी ने बताया कि वहां पर लक्ष्मण सिंह रावत की अपनी जमीन पर एक बड़ी गौशाला एवं डेयरी भी है. उसे भी कुर्की कर ली गई है. साथ ही बताया कि अगर वो सरकारी राजस्व तय समय में जमा नहीं करते हैं तो मजबूरन राजस्व विभाग को कुर्की की गई भूमि की नीलामी करनी पड़ सकती है.
क्या बोले लक्ष्मण सिंह रावत? चमोली जिला पंचायत के उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत ने फोन पर बताया कि मामला उनके संज्ञान में है. कोरोनाकाल में उनका एक ट्रक का चालान था हुआ. इसमें उनकी थोड़ी लापरवाही रही, लेकिन वो चालान को जमा करवा रहे हैं. यह मामला डेढ़ लाख रुपए की पेनल्टी से जुड़ा है. जल्द ही उस रकम को भर दिया जाएगा.
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