चमोली: बीती 7 फरवरी को जोशीमठ के तपोवन और रैणी गांव में आयी जलप्रलय अपने पीछे कई ऐसी बाते छोड़ गया है, जो अब सामने आ रही हैं. इस भीषण आपदा में कई लोगों ने जान गंवा दी तो कई लोग अभी भी लापता हैं. उन्हें खोजने की कोशिश जारी है. इन सबके बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो मौत के इस तांडव से कुछ फासलों के बीच बचने में कामयाब रहे, या ये कह सकते हैं कि इनकी किस्मत ने इन्हें बचा लिया.
पढ़ेंः ITBP के डीजी ने आपदाग्रस्त इलाकों का किया निरीक्षण, रेस्क्यू ऑपरेशन की ली जानकारी
मीडिया से बात करते हुए विपुल ने बताया कि जिस समय बाढ़ आई, उसकी मां बाहर आंगन में घर का काम कर रही थी. मां और उसकी पत्नी अनीता ने पानी को सामान्य स्तर से काफी ऊपर उठते देखा और सामने आने वाली हर चीज को डूबते देखा. जिसके बाद मां ने मुझे को फोन किया और बैराज क्षेत्र से हट जाने को कहा. मां की घबराहट देख मैंने और मेरे साथियों ने दौड़कर टूटी हुई सीढ़ियों में शरण लेकर अपनी जान बचाई.
विपुल बताते हैं कि रविवार को छुट्टी के दिन भी वह एक्स्ट्रा टाइम के लिए काम पर आ गए थे. वो पास में ही ढाक गांव के रहने वाले हैं. विपुल और उनके साथी किस्मत के धनी थे, जो इस प्रलयंकारी बाढ़ में भी उनकी जान बच गई. लेकिन आपदा के बाद से उनके 100 दोस्त लापता हैं, जो परियोजना में कार्य करते थे. हालांकि उनकी तलाश राहत बचाव कर्मियों द्वारा आज भी जारी है.
सपा बहादुर मां को देगी पांच लाख
वहीं, विपुल समेत उसके 24 दोस्तों की जान बचाने वाली बहादुर मां को समाजवादी पार्टी 5 लाख रुपए बतौर इनाम देगी. इस संबंध में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है. उन्होने लिखा कि पार्टी की तरफ से उन्हें पांच लाख रुपए की धनराशि देकर सम्मानित किया जाएगा.