चमोलीः बीते दिनों से हो रही लगातार बारिश से जिला मुख्यालय गोपेश्वर में पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हैं. इसके चलते स्थानीय लोगों को पिछले चार दिनों से पीने का पानी नसीब नहीं हो पा रहा है. लोग बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं. मंडल से गोपेश्वर नगर में पेयजल आपूर्ति के लिए बिछाई गई करोड़ों की लागत की अमृत गंगा पेयजल योजना की पाइप मलबा आने से कई जगह टूट गई है. साथ ही अन्य स्रोतों की भी यही स्थिति है. ऐसे में गोपेश्वर नगर के कई इलाकों में पेयजल आपूर्ति ठप हो गई है.
गोपेश्वर नगर में पेयजल की किल्लत न हो, इसके लिए पेयजल निगम की तरफ से करोड़ों रुपये की लागत की मंडल से गोपेश्वर तक अमृत गंगा पेयजल योजना के तहत पेयजल लाइन का निर्माण किया गया था. जिसके बाद इस पेयजल लाइन का जिम्मा जल संस्थान गोपेश्वर को सौंपा गया था. लेकिन लगातार बारिश होने पर पाइपों में पानी का बहाव अधिक हो गया, जिससे पेयजल लाइन फट गई है. ऐसे में गोपेश्वर नगर में पेयजल की किल्लत शुरू हो गई है. इसके अलावा इस पेयजल योजना में फिल्टर न होने से बरसात के दिनों में लोग आए दिन दूषित पानी पीने को मजबूर हैं.
पढ़ेंः उत्तरकाशी: थिरांग में 31 घंटे बाद खोला गया गंगोत्री हाईवे, भूस्खलन से हुआ था बाधित
जिला मुख्यालय गोपेश्वर नगर में पेयजल संकट उत्पन्न होने से लोग मीलों पैदल चल कर प्राकृतिक स्रोतों पर पानी भरने के लिए जा रहे हैं. हालांकि, कुछ स्थानों पर जल संस्थान की ओर से टैंकर भिजवाए गए हैं. जिससे पेयजल आपूर्ति हो रही है. जल संस्थान के अधिकारियों का कहना है कि क्षेत्र में अधिक बारिश होने से पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है. जिसे ठीक करने का काम जारी है.