चमोलीः भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार आज पैदल ही 18 किलोमीटर की चढ़ाई पार कर डुमक गांव पहुंचे. जहां किमाणा गांव और डुमक गांव के लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया है. चुनाव आयुक्त के दौरे के बाद सड़क और स्वास्थ्य से महरूम क्षेत्र के लोगों में विकास की उम्मीद जगी है. डुमक गांव सड़क मार्ग से 18 किलोमीटर पैदल दूरी पर है. साथ ही सबसे दूरस्थ पोलिंग बूथ भी है.
बता दें कि भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और उत्तराखंड मुख्य चुनाव अधिकारी सौजन्या आज सुबह ठीक 8 बजे चॉपर से पीपलकोटी स्थित सेमलडाला मैदान पहुंचे. जहां से वे सड़क मार्ग से डुमक गांव के लिए रवाना हुए. उर्गम घाटी के सड़क मार्ग पर स्थित किमाणा गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने फूल मालाओं से स्वागत किया. जिसके बाद सीईसी राजीव कुमार (CEC Rajeev Kumar) 18 किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर दूरस्थ डुमक गांव पहुंचे.
ये भी पढ़ेंः भारत के आखिरी गांव माणा में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन, SC के वरिष्ठ जज हुए शामिल
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि देश में कई ऐसे दूरस्थ पोलिंग स्टेशन हैं, जहां के लिए पोलिंग पार्टियों को 3 दिन पहले ही रवाना कर दिया जाता है. उत्तराखंड का भी सबसे दूरस्थ पोलिंग स्टेशन डुमक है. उनका यहां आने का सबसे बड़ा मकसद ये है कि दूरस्थ क्षेत्रों में हमारी जो पोलिंग पार्टियां जाती हैं, उनका हौसला बढ़े और ग्रामीणों में भी मतदान के प्रति उत्साह रहे.
सीईसी राजीव कुमार (Chief Election Commissioner Rajiv Kumar) ने कहा कि दूरस्थ पोलिंग बूथ होने के बावजूद भी डुमक पोलिंग बूथ पर 80 प्रतिशत मतदान होता है. यह उन लोगों के लिए संदेश है, जो शहर में रहकर भी वोट नहीं देते हैं. उन्हें यहां के ग्रामीणों से सीख लेनी चाहिए.
वहीं, उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या (Uttarakhand Chief Electoral Officer Sowjanya) ने कहा कि डुमक उत्तराखंड का सबसे दूरस्थ पोलिंग बूथ है. इस बूथ पर क्या-क्या समस्याएं और चुनौतियां हैं, उन्हें देखने के लिए देश के मुख्य चुनाव आयुक्त खुद डुमक गांव पहुंचे हैं, ताकि अन्य लोग भी उनसे प्रेरणा ले सकें.