गैरसैंण: दस दिनों से लापता गैरसैंण निवासी करन पंवार का शव गुरुवार 28 सितंबर को श्रीनगर जल विद्युत परियोजना के डैम से मिला है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. करन जिस ट्रक को चलाता था वो बीती 18 सितंबर को कर्णप्रयाग ब्लॉक इलाके में सिमली आटागाड़ पुल के पास लावारिश हालात में खड़ा मिला था, तभी से करन पंवार की तलाश की जा रही थी.
परिजनों ने 19 सितंबर को कर्णप्रयाग थाने में करन पंवार की गुमशुदगी दर्ज कराई थी. करन पंवार की खोजबीन को लेकर परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस पर दबाव बनाने के लिए विरोध प्रदर्शन भी किया था. इसके बाद करन पंवार की तलाश में कर्णप्रयाग और गैरसैंण पुलिस, एसओजी, एसडीआरएफ, वन विभाग और डॉग स्क्वायड की टीमों को संयुक्त रूप से सर्च अभियान में लगाया था. सभी टीमें संभावित क्षेत्रों में करन पंवार की तलाश कर रही थी, लेकिन करन का कोई सुराग नहीं लग पा रहा था.
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हालांकि दस दिन बाद करन का शव कर्णप्रयाग से करीब 60 किमी दूर श्रीनगर जलविद्युत परियोजना के डैम से मिला. जिसकी शिनाख्त करन के बड़े भाई हरीश पंवार ने की. पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया है. प्रभारी जांच अधिकारी देवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि करन की मौत कैसे हुई है, उसने आत्महत्या की है, या फिर वो किसी दुर्घटना का शिकार हुआ या किसी ने उसकी हत्या तो नहीं की है. इन सब पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच की जा रही है. पीएम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.