चमोली: जोशीमठ विकासखंड के सुभाई में स्थित भगवान भविष्य बदरी मंदिर के कपाट भी बदरीनाथ मंदिर के साथ-साथ ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिए गए हैं. विधि-विधान के साथ सुबह 4.30 बजे भगवान भविष्य बदरी मंदिर के कपाट खोले गए. लॉकडाउन के चलते मंदिर में सिर्फ पुजारी ही पूजा कर पाएंगे.
भगवान भविष्य बदरी के कपाट मंदिर के पुजारी हनुमान प्रसाद डिमरी ने पूजा-अर्चना के साथ खोले. इसके साथ ही मंदिर में पहली पूजा पीएम नरेंद्र मोदी के नाम से की गई. इस दौरान मंदिर के पुजारियों ने भगवान भविष्य बदरी से कोरोना वायरस के खात्मे और मानवजाति के आरोग्य हेतु प्रार्थना भी की गई.
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भगवान भविष्य बदरी की मान्यता
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कलियुग के अंत समय में जब नर और नारायण पर्वत एक साथ मिलेंगे और बदरीनाथ धाम जाने का मार्ग बंद हो जाएगा. तब भगवान बदरीनाथ के दर्शन भविष्य बदरी में ही होंगे. फिलहाल देवस्थानम बोर्ड की तरफ से भव्य मंदिर का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है.