चमोली: बदरीनाथ हाइवे पर ऑल वेदर रोड निर्माण कर रही कंपनी द्वारा हिल कटिंग का मलबा अलकनंदा नदी में गिराया जा रहा था. ईटीवी भारत द्वारा लगातार मुद्दा उठाए जाने पर वन्य जीव प्रभाग हरकत में आया और एनएचआईडीसीएल कंपनी पर डंपिंग जोन का रख-रखाव नहीं किए जाने पर 15 लाख रुपये जुर्माना लगाया है.
बता दें कि इन दिनों गौचर से हेलंग तक बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऑल वेदर रोड निर्माण के तहत सड़क कटिंग का कार्य चल रहा है. ऐसे में बदरीनाथ और हेमकुंड आने-जाने वाले तीर्थयात्रियों को हिल कटिंग के दौरान जाम से जूझना ना पड़े, इसके लिए प्रशासन ने हिल कटिंग का कार्य रुकवाया है.
लेकिन जिला प्रशासन के आदेशों के बावजूद एनएचआईडीसीएल कंपनी सड़क किनारे दीवार बनाने के लिए हिल कटिंग और डामरीकरण के लिए मलबा बिछाने का कार्य कर रही थी. साथ ही डंपिंग जोन भर जाने पर कंपनी ने मलबा अलकनंदा नदी में डालना शुरू कर दिया था. ईटीवी भारत द्वारा मामला सामने लाए जाने के बाद बदरीनाथ वन प्रभाग ने कंपनी पर 15 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है.
गौर हो की नंदप्रयाग के पास लंगासू में अभी भी सड़क निर्माण कर रही कंपनी द्वारा सड़क कटिंग का मलबा बैखोफ अलकनंदा नदी में गिराया जा रहा है.
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बदरीनाथ वन प्रभाग के वन क्षेत्राधिकारी जुगल किशोर चौहान ने बताया कि ऑल वेदर सड़क निर्माण कर रही कंपनी द्वारा हिल कटिंग के मलबे को अलकनंदा नदी में डाला जा रहा है. जिससे नदी प्रदूषित हो रही है. जिसे देखते हुए एनएचआईडीसीएल कंपनी से 15 लाख रुपये वसूला जाएगा. जिसका नोटिस कंपनी को दिया जा चुका है.