बागेश्वर: उत्तराखंड में कोरोना का कहर जारी है. प्रशासन ने कोरोना की सैंपलिंग के लिए स्टेजिंग एरिया को काफलीगैर में बना दिया है. लेकिन वहां मूलभूत सुविधाएं नहीं दी गई है. नतीजा यह है कि सैंपलिंग के लिए आने वाले लोगों और स्टाफ कर्मियों को पीने के पानी के लिए भी तरसना पड़ रहा है. स्टेजिंग एरिया की सफाई नहीं हो पा रही है. लोग इतनी दूर कैसे पहुंचेंगे इसका इंतजाम भी प्रशासन करना भूल गया है.
बता दें कि, 28 अप्रैल से शुरू हुए इस सैंपलिंग सेंटर में अभी तक 605 लोगों की सैंपलिंग की जा चुकी है. आज 12 बजे के बाद ढाई बजे तक 103 लोगों की सैंपलिंग की गई. अव्यवस्था का आलम यह है कि इस स्टेजिंग एरिया में आने वाले लोगों और स्टाफ के लिए सैनेटाइजर तक की व्यवस्था नहीं की गई है.
स्टेजिंग एरिया डाटा इंट्री ऑपरेटर का भी इंतजाम नहीं किया गया है. स्टेजिंग एरिया का प्रबंधन संभाल रहे आईसी कमलेश मेहता का कहना है कि उनके पास स्टाफ की कमी है. इसलिए सैंपल देने आने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि एक फ्रीजर का इंतजाम हो जाता तो स्टेजिंग एरिया में आने वाले लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता. उन्होंने आने वाले लोगों से अपील की है कि वो भी धैर्य बनाए रखें. यह स्टेजिंग एरिया पहले बिलौना बागेश्वर में था. जिसे अब काफलीगैर में शिफ्ट किया गया है.
प्रशासन ने बनाया कंटेनमेंट जोन
वहीं, कठायतबाड़ा मोहल्ले के एक हिस्से को प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है. जिसके बाद से इस वॉर्ड में आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. नगर पालिका पूरे क्षेत्र में सैनेटाइजेशन करते हुए लोगों के सैंपलिंग में जुट गई है.
कठायतवाड़ा के जिस हिस्से को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है. उस हिस्से में बीस परिवार रहते हैं. इन परिवारों में कुल 66 सदस्य हैं. सैंपलिंग किए जाने पर इनमें से 36 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे.इ सके बाद प्रशासन ने इस माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने का निर्णय लिया है.