बागेश्वरः कपकोट पेयजल योजना के दोनों चरणों का विद्युतीकरण एक महीने पहले ही पूरा हो गया है. इस कार्य को करने में ऊर्जा निगम ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी और अब उसे सफलता भी मिली. विद्युतीकरण का काम पूरा होने पर क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर है.
ऊर्जा निगम को दो किलोमीटर विद्युत लाइन बिछानी थी. 11 हजार वोल्ट की यह लाइन पहाड़ के ढलान और पत्थरी भूमि पर बनाना काफी मशक्कत भरा था. ऊर्जा निगम को लॉकडाउन होने के कारण मजदूर नहीं मिले. अनलॉक-1 और अनलॉक-2 में भी मजदूरों के नहीं लौटने पर योजना धरातल पर उतार पाना मुश्किल हो गया था. जिलाधिकारी विनीत कुमार ने ऊर्जा निगम को अप्रैल तक योजना का निर्माण कराने का लक्ष्य दिया. लोनिवि को अपने मजदूर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. इस प्रकार ऊर्जा निगम ने एक महीने पहले ही 11 हजार वोल्ट की विद्युत लाइन को पूरा कर दिखाया.
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इस योजना में 100 केवी क्षमता के दो ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं. प्रत्येक का भार 8.7 क्विंटल है. सड़क नहीं होने से ट्रांसफार्मर को ऊंची खड़ी चढ़ाई तक पहुंचाना एक चुनौती थी. वहीं अधिशासी अभियंता ऊर्जा निगम भास्कर पांडे ने बताया कि महत्वाकांक्षी कपकोट पेयजल योजना के लिए विद्युतीकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है. दुर्गम चढ़ाई चढ़कर मजदूरों ने ट्रांसफार्मर पहुंचाए. ट्रिपर और चैनल आदि को रस्सियों के सहारे पहुंचाया. प्रथम और द्वितीय चरण का काम पूरा हो गया है.