काशीपुर/बागेश्वरः पूर्व काबीना मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य के कांग्रेस में वापसी के बाद उनके स्वागत समारोह के रूप में हल्द्वानी में विजय शंखनाद रैली का आयोजन होना था, लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी. जिससे खफा कांग्रेसियों ने आज काशीपुर में 1 घंटे का उपवास रखा. कांग्रेसियों का कहना है कि शासन-प्रशासन की ओर से अनुमति न देना, बीजेपी सरकार की तानाशाही रवैये को दर्शाता है. प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की लहर को देखते हुए बीजेपी सहमी हुई है, जो साफ नजर आ रहा है.
काशीपुर महानगर कांग्रेस कमेटी के महानगर अध्यक्ष संदीप सहगल के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने बीजेपी सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए एक घंटे का उपवास रखा. उनका कहना है कि हल्द्वानी के रामलीला मैदान में विजय शंखनाद रैली का आयोजन किया जाना था. जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी, लेकिन प्रशासन ने विजय शंखनाद रैली की अनुमति नहीं दी. जिसके विरोध में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मौन रखा.
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कांग्रेसी नेता शफीक अहमद अंसारी ने कहा कि बीजेपी सरकार की हिटलर शाही फैसलों के कारण आज प्रदेश का हर नागरिक परेशान है, सत्ता में बैठे बीजेपी के जनप्रतिनिधि जमीनी स्तर से विकास करने में फिसड्डी साबित हो रहे हैं. कांग्रेस की ओर से विजय शंखनाद रैली का आयोजन किया जाना था, लेकिन बीजेपी के नुमाइंदों की चाल के अनुरूप सूबे के मुखिया की जनसभा भी उसी दिन तय कर दिया गया, इससे यह प्रतीत होता है कि बीजेपी सरकार डरी हुई है.
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उन्होंने कहा कि आने वाला समय कांग्रेस पार्टी का है. जनता बीजेपी के क्रियाकलापों को पहचान गई है. बीजेपी के लोग सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रहे हैं. विजय शंखनाद रैली की अनुमति न देना लोकतंत्र की हत्या के समान है. भविष्य में बीजेपी सरकार की प्रदेश में उल्टी गिनती यानी हार की शुरुआत हो गई है. कांग्रेस पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता ईमानदारी से मिशन 2022 फतह करने के लिए जुटा हुआ है.
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यूथ कांग्रेस ने गांधी पार्क में दिया धरनाः कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के स्वागत कार्यक्रम को अनुमति नहीं देने पर यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कड़ी आपत्ति जताई है. इसी कड़ी में बागेश्वर में प्रदेश सरकार और नैनीताल प्रशासन के खिलाफ काग्रेसियों ने धरना दिया. उनका कहना है कि सरकार के इशारे पर प्रशासन पर काम कर रहा है. सरकार को अब कांग्रेस से डर लगने लगा है. महंगाई और बेरोजगारी उनकी नैया डुबाने के लिए काफी है.