बागेश्वर: जिले में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बागेश्वर सातरतबे गुनाकोट में भारी बारिश के चलते एक मकान के ऊपर पेड़ गिर गया. घटना में मकान में रह रहे 9 लोग घायल हो गए. सभी घायलों को 108 की मदद से जिला अस्पताल ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने 2 लोगों को मृत घोषित कर दिया. जबकि 7 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
मिली जानकारी के अनुसार सातरतबे गुनाकोट मे भारी बारिश के चलते अल सुबह 3 बजे एक मकान मे पेड़ गिरने से 2 लोगों की मौत हो गई, वहीं 7 लोग घायल हो गए. पेड़ गिरने से मकान जमीदोंज हो गया. तहसील प्रशासन व पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत बचाव कार्य शुरू किया.
पढ़ें: उत्तराखंड: शुक्रवार को प्रदेश में 7 से 12 बजे तक खुली रहेंगी राशन की दुकानें
वहीं अंधेरा होने की वजह से ग्रामीणों को रेस्क्यू कार्य में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. हालांकि कुछ देर बाद जिला प्रशासन की टीम भी 108 के साथ मौके पर पहुंची. तब तक ग्रामीणों ने सभी लोगों को मलबे से बाहर निकाल लिया था.
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि अल सुबह 3 बजे जिला कंट्रोल रूम में सूचना मिली थी कि तहसील बागेश्वर के ग्राम पंचायत गुनाकोट में कैलाश राम के मकान में पेड़ गिर गया है. जिससे परिवार के कई लोग घायल हो गए हैं. सूचना मिलने पर शीघ्र ही एंबुलेंस के साथ चिकित्सा टीम और एसडीआरएफ के जवान व राहत बचाव दल गांव भेजा गया. जहां ग्रामीणों की मदद से मकान में रह रहे परिवार के सभी 9 लोगों को निकालकर घायल अवस्था में जिला चिकित्सालय लाया गया. जहां दो लोगों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. जबकि 7 लोगों का इलाज चल रहा है.
मृतकों के नाम-
1- गीता देवी (45) पत्नी कैलाश राम
2- आदित्य (10) बेटा गणेश राम
घायलों के नाम-
1- कैलाश राम (54)
2- पूरण कुमार (31)
3- मनोज कुमार (20)
4- निर्मला देवी (35)
5- रेनू देवी (26)
6- अशोक कुमार (42)
7- मोहन राम (80) गंभीर रूप से घायल हो गए.
इनमें से अशोक कुमार व मोहन राम हरियाणा के झिरना गांव में रहते हैं. लेकिन कोरोना कर्फ्यू के कारण इन दिनों वह अपने मूल गांव आए हुए हैं.
पढ़ें: मद्महेश्वर की भोग मूर्तियां सभामंडप में हुईं विराजमान, 24 मई को खुलेंगे कपाट
जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार ने जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना और उन्हें बेहतर उपचार मुहैया कराने के निर्देश दिए. विधायक चंदन राम दास ने जिलाधकारी को फोन कर तत्काल प्रभावित परिवार को सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.