सोमेश्वर: ताकुला ब्लॉक के ग्राम प्रधान संगठन ने पंचायत घर में एक बैठक की. इस दौरान ग्राम प्रधानों ने कहा कि शासन-प्रशासन की ओर से लगातार ताकुला और बसौली क्षेत्र के 26 ग्राम पंचायतों की उपेक्षा की जा रही है. इसके अलावा क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को भी उठाया. ग्राम प्रधानों का कहना है कि अगर इन समस्याओं का समाधान अतिशीघ्र नहीं हुआ तो सभी ग्राम प्रधान ब्लॉक कार्यालयों में तालाबंदी कर आंदोलन करने को विवश होंगे.
दरअसल ताकुला ब्लॉक के ग्राम प्रधान संगठन की ओर से आम बैठक आयोजित की गई. बैठक में क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की गई. इस दौरान विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रधानों ने मनरेगा के तहत जो कार्य हो रहे हैं, उनमें कनिष्ठ अभियंता की ओर से मापन नहीं किए जाने और कार्यों का समय से आकलन नहीं करने को लेकर रोष जताया. इसके अलावा शासन-प्रशासन पर ताकुला-बसोली क्षेत्र की 26 ग्राम पंचायतों की उपेक्षा करने का आरोप भी लगाया गया.
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संगठन के अध्यक्ष वीरेंद्र बिष्ट ने कहा कि राजकीय ग्रामीण पॉलीटेक्निक ताकुला वर्तमान में बंदी की कगार पर पहुंच गया है. उधर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन को बने करीब 10 साल बीत चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद भी अभी तक इसका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में उच्चीकरण नहीं किया गया है. वहीं, बसोली-नाई-ढौल मोटर मार्ग पर पुल का निर्माण आज तक नहीं कराया जा सका है. इसके चलते स्थानीय ग्रामीणों को बारिश के दौरान काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
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अध्यक्ष वीरेंद्र बिष्ट ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर क्षेत्र की इन समस्याओं का समाधान जल्द नहीं किया गया, तो प्रधान संगठन के लोग ब्लॉक मुख्यालय में तालाबंदी कर व्यापक आंदोलन करेंगे. वहीं, ग्राम प्रधान संगठन की बैठक में संगठन अध्यक्ष विरेंद्र सिंह बिष्ट के अलावा उपाध्यक्ष भगवत सिंह कार्की, कोषाध्यक्ष दीप नारायण भाकुनी समेत अन्य ग्राम पंचायतों के प्रधान मौजूद रहे.