रानीखेत: नवनियुक्त संयुक्त मजिस्ट्रेट अपूर्वा पांडे ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है. बतौर एसडीएम उनकी रानीखेत में यह पहली नियुक्ति है. 2018 बैच की आईएएस अपूर्वा पांडेय ने दूसरे प्रयास में परीक्षा क्वालीफाई कर 39वीं रैंकिंग हासिल की थी. इसके बाद वह ट्रेनिंग के दौरान डोईवाला में तहसीलदार, बीडीओ के पद पर तैनात रही. ऋषिकेश में उन्हें कोविड समन्वयक अधिकारी की जिम्मेदारी भी दी गई. वहीं दूनागिरि मंदिर में पूर्जा-अर्चना के बाद उन्होंने कार्य संभाला.
नवनियुक्त संयुक्त मजिस्ट्रेट ने कहा कि उनका कोविड को लेकर फोकस रहेगा. उन्होंने कहा की प्राधिकरण से संबंधित कार्यों को पारदर्शिता के साथ किया जाएगा. जनता को परेशानी न हो इसके लिए उनकी समस्याओं का प्रमुखता से निराकरण कराया जाएगा. अपूर्वा पांडे ने कहा कि महिला सशक्तीकरण और स्वास्थ्य पर भी विशेष फोकस करेंगी. उन्होंने बताया कि लॉ एंड आर्डर को बेहतर बनाने के लिए भी प्रयास किए जाएंगे. इसके अलावा नियमित रूप से कोर्ट के कार्य भी निपटाए जाएंगे.
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बता दें कि, एसडीएम अपूर्वा के नाना पूर्व सैनिक पूर्णानंद पांडेय यहां सेना के म्यूजियम में क्यूरेटर थे. उनकी माता मीना पांडेय की शिक्षा रानीखेत में हुई, वर्तमान में वह जीजीआईसी नैनीताल में रसायन विज्ञान की प्रवक्ता हैं. जबकि पिता केसी पांडेय पॉलीटेक्निक कोटाबाग में लेक्चरर हैं. संयुक्त मजिस्ट्रेट अपूर्वा की शिक्षा नैनीताल और हल्द्वानी से हुई. पंतनगर से उन्होंने बीटैक भी किया है. बता दें कि एसडीएम अभय प्रताप सिंह का पिथौरागढ़ स्थानांतरण होने के बाद संयुक्त मजिस्ट्रेट अपूर्वा को यहां नियुक्ति मिली है.