अल्मोड़ा: जलवायु परिवर्तन को लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन में अल्मोड़ा के जन्मेजय तिवारी हिस्सा लेंगे. इस दो दिवसीय सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में चर्चा कर इसमें हुई प्रगति का आकलन करने सहित इस क्षेत्र की चुनौतियों की पहचान और आगे का रास्ता तय किया जाएगा.
जलवायु परिवर्तन पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन: ब्रिंग बैग ग्रीन फाउंडेशन एवं पर्पस क्लाइमेट लैब की ओर 11-12 जनवरी को दिल्ली में जलवायु परिवर्तन पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन होना है. "फ्रॉम कंसेशंस टू ऐक्शन: रोड टू कॉप 29" विषय पर यह सम्मेलन आयोजित हो रहा है. फाउंडेशन ने पिछले वर्ष दुबई में हुए कॉप 28 को लेकर भारत के हितबद्ध भागीदारों को दिल्ली में आमंत्रित किया है, ताकि जलवायु परिवर्तन पर प्रतिवर्ष होने वाले महत्वपूर्ण वैश्विक सम्मेलन के बीच सक्रिय हित के समूहों को मंच एवं सक्रियता के अवसर मिल सकें.
जन्मेजय तिवारी 11 जनवरी को "यूनिसेफ युवा" एवं फाउंडेशन द्वारा आयोजित सत्र "रिफ्लेक्शन फ्रॉम यूथ एडवोकेट्स ऑन ओवरऑल गेंस एंड जर्नी अहेड फ्रॉम कॉप 28" में अपना वक्तव्य देंगे. जन्मेजय तिवारी ने बताया कि इस दो दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य कॉप 28 से जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में विमर्श में हुई प्रगति का आकलन, इस क्षेत्र की चुनौतियों की पहचान और आगे का रास्ता तय करने के साथ विभिन्न कारणों से वैश्विक सम्मेलन में भाग न ले पाने वाले युवाओं को इस अभियान का हिस्सा बनाना है. जन्मेजय तिवारी अल्मोड़ा के राजकीय संग्रहालय में कार्यरत हैं. वह इंग्लैंड के ग्लासगो में हुए कॉप 26, मिस्र में हुए कॉप 27, दुबई में हुए कॉप 28 में भागीदारी कर चुके हैं.
ये भी पढ़ें: संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन में भाग लेने स्कॉटलैंड जाएंगे उत्तराखंड के जन्मेजय व स्निग्धा तिवारी