अल्मोड़ा: ठंड के दिनों में भी इन दिनों पहाड़ों में जंगल धधक रहे हैं. आग से वन संपदा तो जल ही रही है, अब इंसान भी इसके चपेट में आने लगे हैं. जबकि वन विभाग कुम्भकर्णी नींद सोया हुआ है. जनपद के फलसीमा क्षेत्र की जंगल में लगी आग की चपेट में आने से जगदीश राम बुरी तरह झुलस गया. जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया. हालात गंभीर होने के चलते डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया.
जगदीश की पत्नी मंजू देवी ने बताया कि उनके पति विगत दिन जंगल में चरने गई गायों को ढूंढने के लिए गए थे. फलसीमा के जगलों में आग लगी थी. अचानक आग उनकी पेंट में लग गयी और उन्हें पता भी नहीं चला. धीरे धीरे आग की लपटे उनके शरीर में धधकने लगी. आग की चपेट में आने से वह झुलस गए.
ये भी पढ़ें: बेरीनाग: घर में अकेली रह रही वृद्धा को पुलिस ने किया रेस्क्यू
जगदीश राम जब देर रात तक वापस नहीं लौटे तो परिजनों ने उनकी खोजबीन की शुरू की. अगले दिन सुबह जगदीश राम जंगल में झुलसे हालत में पड़े हुए मिले. जिसके बाद परिजनों और ग्रामीणों ने जगदीश राम को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर को रेफर कर दिया गया. जिला अस्पताल की डॉक्टर सना खान ने बताया कि मरीज आग से 50 फीसदी तक झुलसा हुआ है. उनके कमर से निचला हिस्सा जला हुआ है. स्थिती गंभीर देखते हुए उन्हें हायर सेंटर को रेफर किया गया है.