ETV Bharat / state

नए थाने और चौकियां बनी पुलिस के लिए चुनौती, उत्तराखंड में पुलिसकर्मियों की कमीः अशोक कुमार - उत्तराखंड में पुलिसकर्मियों की कमी

उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार अल्मोड़ा दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने सैनिक सम्मेलन में हिस्सा लिया और जवानों की समस्याओं का निराकरण किया. इसके अलावा शारदा पब्लिक स्कूल में आयोजित ऑपरेशन मुक्ति सेमिनार और जनसंवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग किया. इस दौरान उन्होंने ऑपेरशन मुक्ति के तहत अल्मोड़ा पुलिस की कार्रवाई की सराहना की.

DGP Ashok Kumar
अल्मोड़ा में डीजीपी अशोक कुमार
author img

By

Published : Jul 2, 2023, 2:09 PM IST

Updated : Jul 17, 2023, 1:21 PM IST

डीजीपी अशोक कुमार का अल्मोड़ा दौरा

अल्मोड़ा: उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार ने अल्मोड़ा पहुंच कर विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत की. इस दौरान वे एक निजी स्कूल के सभागार में आयोजित ऑपरेशन मुक्ति सेमिनार में पहुंचे. जहां पर उन्होंने बच्चों की भिक्षावृत्ति एवं नशे के बढ़ते कारोबार पर चिंता व्यक्त कर उसके खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों की जानकारी दी. साथ ही पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में भी बताया.

डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि उत्तराखंड में करीब 7 हजार गांव राजस्व पुलिस क्षेत्र में है. राज्य सरकार की ओर से 6 थाने और 20 नई चौकियां खोली गई हैं. कुछ थानों और चौकियों के क्षेत्रों का विस्तारीकरण किया है. जिससे वर्तमान में 3200 गांव रेगुलर पुलिस क्षेत्र में आ गए हैं. भविष्य में जब कोई और आवश्यकता होगी तो सरकार उसका भी कोई रास्ता निकालेगी.

उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों की कमी के कारण अभी तो इनको संचालित करना ही पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है, क्योंकि यह सभी दूरस्थ क्षेत्र हैं और उनके पास पुलिस कर्मियों की कमी है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भर्तियां हुई हैं, लेकिन उन्हें अभी ट्रेनिंग दी जानी है.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड पुलिस ने चलाया ऑपरेशन मुक्ति अभियान, 203 बच्चों का स्कूल में कराया दाखिला

डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि अगली भर्ती भी जल्द कराने की कोशिश कर रहे हैं. प्रदेश के सभी जिलों की पुलिस को खासकर नए थाना क्षेत्र जो रेगुलर पुलिस में आए हैं, उनको निर्देश दिए हैं कि वो यहां पर लोगों के बीच जाएं और लोगों को प्रशिक्षित करें. पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में बताएं कि वो पुलिस से कैसे सहायता ले सकते हैं.

DGP Ashok Kumar
ऑपरेशन मुक्ति सेमिनार

ऑपरेशन मुक्ति के तहत 3550 बच्चों को स्कूल में दिलाया दाखिलाः डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि ऑपरेशन मुक्ति के तहत 'बच्चों को भिक्षा नहीं शिक्षा दो', 'बच्चों को भिक्षावृत्ति से मुक्ति दिलाओ', 'बाल श्रम से मुक्ति दिलाओ' के थीम पर अभियान चलाया जा रहा है. उसके तहत पूरे प्रदेश में 3550 बच्चों को स्कूल में दाखिला दिलाया है.

उन्होंने कहा कि इस अभियान का मकसद भिक्षावृत्ति में शामिल बच्चों को शिक्षित करना है. ताकि वो बडे़ होकर पॉजीटिव कामों में लगें. जो भिक्षावृत्ति में है, वो कहीं न कहीं बाद में अपराध का रास्ता भी पकड़ सकता है. हमारा उद्देश्य ऐसे बच्चों को पॉजिटिव डायरेक्शन में डालना है.
ये भी पढ़ेंः बेघर अक्सा के सपनों को मित्र पुलिस ने दिये 'पंख', नई उंचाईयां छू रही होनहार

नशे के सौदागरों की चेन को पकड़ने के प्रयास जारीः डीजीपी अशोक कुमार ने नशे के बढ़ते अपराधों के संबंध में कहा कि पुलिस का चेकिंग अभियान जारी है. जब ड्रग्स पकड़ी जाती है तो पुलिस उसकी पूरी चेन को पकड़ने का प्रयास करती है. इसके तहत बरेली तक के बदमाशों को पकड़ा गया है. वहीं, उनकी प्रॉपर्टी भी जब्त कराई जा रही है. पिछले सालों की अपेक्षा इस साल ज्यादा सफलता मिली है.

डीजीपी अशोक कुमार का अल्मोड़ा दौरा

अल्मोड़ा: उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार ने अल्मोड़ा पहुंच कर विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत की. इस दौरान वे एक निजी स्कूल के सभागार में आयोजित ऑपरेशन मुक्ति सेमिनार में पहुंचे. जहां पर उन्होंने बच्चों की भिक्षावृत्ति एवं नशे के बढ़ते कारोबार पर चिंता व्यक्त कर उसके खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों की जानकारी दी. साथ ही पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में भी बताया.

डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि उत्तराखंड में करीब 7 हजार गांव राजस्व पुलिस क्षेत्र में है. राज्य सरकार की ओर से 6 थाने और 20 नई चौकियां खोली गई हैं. कुछ थानों और चौकियों के क्षेत्रों का विस्तारीकरण किया है. जिससे वर्तमान में 3200 गांव रेगुलर पुलिस क्षेत्र में आ गए हैं. भविष्य में जब कोई और आवश्यकता होगी तो सरकार उसका भी कोई रास्ता निकालेगी.

उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों की कमी के कारण अभी तो इनको संचालित करना ही पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है, क्योंकि यह सभी दूरस्थ क्षेत्र हैं और उनके पास पुलिस कर्मियों की कमी है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भर्तियां हुई हैं, लेकिन उन्हें अभी ट्रेनिंग दी जानी है.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड पुलिस ने चलाया ऑपरेशन मुक्ति अभियान, 203 बच्चों का स्कूल में कराया दाखिला

डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि अगली भर्ती भी जल्द कराने की कोशिश कर रहे हैं. प्रदेश के सभी जिलों की पुलिस को खासकर नए थाना क्षेत्र जो रेगुलर पुलिस में आए हैं, उनको निर्देश दिए हैं कि वो यहां पर लोगों के बीच जाएं और लोगों को प्रशिक्षित करें. पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में बताएं कि वो पुलिस से कैसे सहायता ले सकते हैं.

DGP Ashok Kumar
ऑपरेशन मुक्ति सेमिनार

ऑपरेशन मुक्ति के तहत 3550 बच्चों को स्कूल में दिलाया दाखिलाः डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि ऑपरेशन मुक्ति के तहत 'बच्चों को भिक्षा नहीं शिक्षा दो', 'बच्चों को भिक्षावृत्ति से मुक्ति दिलाओ', 'बाल श्रम से मुक्ति दिलाओ' के थीम पर अभियान चलाया जा रहा है. उसके तहत पूरे प्रदेश में 3550 बच्चों को स्कूल में दाखिला दिलाया है.

उन्होंने कहा कि इस अभियान का मकसद भिक्षावृत्ति में शामिल बच्चों को शिक्षित करना है. ताकि वो बडे़ होकर पॉजीटिव कामों में लगें. जो भिक्षावृत्ति में है, वो कहीं न कहीं बाद में अपराध का रास्ता भी पकड़ सकता है. हमारा उद्देश्य ऐसे बच्चों को पॉजिटिव डायरेक्शन में डालना है.
ये भी पढ़ेंः बेघर अक्सा के सपनों को मित्र पुलिस ने दिये 'पंख', नई उंचाईयां छू रही होनहार

नशे के सौदागरों की चेन को पकड़ने के प्रयास जारीः डीजीपी अशोक कुमार ने नशे के बढ़ते अपराधों के संबंध में कहा कि पुलिस का चेकिंग अभियान जारी है. जब ड्रग्स पकड़ी जाती है तो पुलिस उसकी पूरी चेन को पकड़ने का प्रयास करती है. इसके तहत बरेली तक के बदमाशों को पकड़ा गया है. वहीं, उनकी प्रॉपर्टी भी जब्त कराई जा रही है. पिछले सालों की अपेक्षा इस साल ज्यादा सफलता मिली है.

Last Updated : Jul 17, 2023, 1:21 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.