अल्मोड़ा: कोरोना महामारी के कारण आय प्रभावित होने से अल्मोड़ा नगर पालिका को करोड़ों का नुकसान हुआ है. बजट के अभाव में पालिका आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है. आलम यह है कि पालिका के अंतर्गत सैकड़ों कर्मचारियों को विगत 2 महीनों से वेतन का भुगतान नहीं हो सका है. जिस कारण पालिका अध्यक्ष ने सरकार से बजट देने की मांग की है.
अल्मोड़ा नगर पालिका के अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी ने बताया कि कोरोना के कारण नगर पालिका की आय में भारी कमी आयी है. जिस कारण नगर पालिका में सबसे बड़ी दिक्कत कर्मचारियों की तनख्वाह व रिटायर्ड कर्मचारियों की देयता में आ रही है. उन्होंने बताया कि शासन द्वारा वित्त आयोग द्वारा पालिका को मिलने वाला बजट काफी कम है, जिससे कर्मचारियों की देयता पूरी नहीं हो पाती है. क्योंकि यहां कार्यरत व रिटायर्ड कर्मचारियों को तनख्वाह व पेंशन भुगतान में ही एक करोड़ से ऊपर हर महीने भार पड़ता है.
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उन्होंने बताया कि वर्तमान में नगर पालिका को कर्मचारियों का 10 करोड़ की देयता का भार है. लेकिन पालिका की आय की हालत खस्ता है, ऐसे में पालिका के लिए कर्मचारियों को भुगतान करना पालिका के लिए सबसे जटिल समस्या बनी हुई है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में उत्तराखंड में दो से तीन निकायों की हालत सबसे खस्ता है, जिनमें अल्मोड़ा, नैनीताल व हरिद्वार है. इसी आर्थिक समस्या को देखते हुए नैनीताल के पालिका अध्यक्ष सभासदों के साथ बजट की मांग को लेकर आंदोलन पर उतर गए हैं. अगर यही हाल रहा तो अल्मोड़ा पालिका को भी यही राह अपनाना पड़ेगा.