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उत्तरकाशी आपदा: ग्राउंड जीरो में डटे हैं DM चौहान और एसपी भट्ट, पीड़ितों की कर रहे हर संभव मदद - Uttarkashi Arakot Bangan Disaster

रविवार को जलप्रलय की खबर से जिला प्रशासन के हाथ पैर फूल गए थे. सूचना मिलते ही जिला प्रशासन अलर्ट हो गया था. हालांकि, पहले दिन मौसम ने जिला प्रशासन के कदम रोक दिए. जिसके बावजूद भी डीएम डॉ आशीष चौहान और एसपी पंकज भट्ट के नेतृत्व में राहत खोज बचाव की टीमें रविवार रात को त्यूणी पहुंची थी. करीब 20 से 25 किमी पैदल दूरी तय कर दोनों अधिकारी आपदा प्रभावितो के गांव पहुंचे और लोगों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.

आपदा प्रभावित क्षेत्रों में डेरा डाले हुए प्रशासन की टीम.
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Published : Aug 22, 2019, 12:25 PM IST

Updated : Aug 23, 2019, 3:04 PM IST

उत्तरकाशी: रविवार को आराकोट, बंगाण क्षेत्र के 13 गांव में आया जलप्रलय से हर कोई सहमा हुआ है. वहीं, उस मंजर को स्थानीय लोग भूल नहीं पा रहे हैं. आपदा के बाद से डीएम आशीष चौहान और एसपी पंकज भट्ट मुस्तैदी से आपदा प्रभावित क्षेत्रों में डटे हुए हैं.आपदा के बाद डीएम डॉ आशीष चौहान और एसपी पंकज भट्ट ने स्वयं रेस्क्यू और खोज बचाव की कमान संभाले हुए हैं. जिसमें दोनों अधिकारियों को बेहतर तालमेल देखने को मिल रहा है.

गौर हो कि रविवार को जलप्रलय की खबर से जिला प्रशासन के हाथ पैर फूल गए थे. सूचना मिलते ही जिला प्रशासन अलर्ट हो गया था. हालांकि पहले दिन मौसम ने जिला प्रशासन के कदम रोक दिए. जिसके बावजूद भी डीएम डॉक्टर आशीष चौहान और एसपी पंकज भट्ट के नेतृत्व में राहत खोज बचाव की टीमें रविवार रात को त्यूणी पहुंची थी. करीब 20 से 25 किमी पैदल दूरी तय कर दोनों अधिकारी आपदा प्रभावितो के गांव पहुंचे और लोगों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.

DM आशीष चौहान और एसपी पंकज भट्ट में देखने को मिली अच्छी अंडरस्टैंडिंग.

पढ़ें-उत्तरकाशी आपदा के बाद प्रशासन ने डोइवाला में जारी किया अलर्ट

उसके बाद आपदा प्रभावितों को बचाने के लिए हवाई रेस्क्यू और भूमि पर भी खोज बचाव का कार्य युद्धस्तर पर शुरू हुआ. सोमवार तक आराकोट तक सड़क को दुरुस्त किया गया. जिससे कि ज्यादा से ज्यादा टीमें ग्रामीणों की मदद के लिए मौके पर पहुंची. वहीं, माकुड़ी में सोमवार सुबह दोबारा खोज बचाव अभियान शुरू किया गया. वहीं कई गांव के पैदल मार्गों दुरस्त किया जा चुका है. प्रशासन की टीम हर गतिविधि पर नजर रखे हुए है. वहीं दोनों ही अधिकारियों में अच्छी अंडरस्टैंडिंग देखने को मिली. जिससे राहत और बचाव कार्य में तेजी आई है. साथ ही उनके प्रयासों को लोगों द्वारा काफी सराहा जा रहा है.

उत्तरकाशी: रविवार को आराकोट, बंगाण क्षेत्र के 13 गांव में आया जलप्रलय से हर कोई सहमा हुआ है. वहीं, उस मंजर को स्थानीय लोग भूल नहीं पा रहे हैं. आपदा के बाद से डीएम आशीष चौहान और एसपी पंकज भट्ट मुस्तैदी से आपदा प्रभावित क्षेत्रों में डटे हुए हैं.आपदा के बाद डीएम डॉ आशीष चौहान और एसपी पंकज भट्ट ने स्वयं रेस्क्यू और खोज बचाव की कमान संभाले हुए हैं. जिसमें दोनों अधिकारियों को बेहतर तालमेल देखने को मिल रहा है.

गौर हो कि रविवार को जलप्रलय की खबर से जिला प्रशासन के हाथ पैर फूल गए थे. सूचना मिलते ही जिला प्रशासन अलर्ट हो गया था. हालांकि पहले दिन मौसम ने जिला प्रशासन के कदम रोक दिए. जिसके बावजूद भी डीएम डॉक्टर आशीष चौहान और एसपी पंकज भट्ट के नेतृत्व में राहत खोज बचाव की टीमें रविवार रात को त्यूणी पहुंची थी. करीब 20 से 25 किमी पैदल दूरी तय कर दोनों अधिकारी आपदा प्रभावितो के गांव पहुंचे और लोगों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.

DM आशीष चौहान और एसपी पंकज भट्ट में देखने को मिली अच्छी अंडरस्टैंडिंग.

पढ़ें-उत्तरकाशी आपदा के बाद प्रशासन ने डोइवाला में जारी किया अलर्ट

उसके बाद आपदा प्रभावितों को बचाने के लिए हवाई रेस्क्यू और भूमि पर भी खोज बचाव का कार्य युद्धस्तर पर शुरू हुआ. सोमवार तक आराकोट तक सड़क को दुरुस्त किया गया. जिससे कि ज्यादा से ज्यादा टीमें ग्रामीणों की मदद के लिए मौके पर पहुंची. वहीं, माकुड़ी में सोमवार सुबह दोबारा खोज बचाव अभियान शुरू किया गया. वहीं कई गांव के पैदल मार्गों दुरस्त किया जा चुका है. प्रशासन की टीम हर गतिविधि पर नजर रखे हुए है. वहीं दोनों ही अधिकारियों में अच्छी अंडरस्टैंडिंग देखने को मिली. जिससे राहत और बचाव कार्य में तेजी आई है. साथ ही उनके प्रयासों को लोगों द्वारा काफी सराहा जा रहा है.

Intro:रविवार को आई आपदा के बाद डीएम डॉ आशीष चौहान और एसपी पंकज भट्ट ने स्वयं रेस्क्यू औए खोज बचाव की कमान संभाली है। वहीं क्षेत्र में घूमकर ग्रामीणों की समस्या को जान रहे हैं। उत्तरकाशी। रविवार को आराकोट बंगाण क्षेत्र के 13 गांव में आई जलप्रलय के बारे में किसी ने सपने में भी नही सोचा था कि ऐसा ख़ौफ़नाक मंजर होगा। ऐसे समय मे किसी को कुछ नहीं सूझ रहा था। चारों और तबाही के मंजर को देख सब द्रवित हो उठे। जिला प्रशासन की टीम की और से डीएम आशीष चौहान में कमान संभाली और शुरू हुआ युद्ध स्तर पर रेस्क्यू औऱ खोज बचाव अभियान। डीएम एसपी चार दिन से आराकोट में डेरा डाले हुए हैं और आपदा राहत बचाव की मोनेटरिंग कर ग्रामीणों की समस्याओं को आपदा प्रभावित गांव में जाकर सुन रहे हैं। Body:वीओ-1, रविवार को जलप्रलय की खबर आते ही जिला प्रशासन सतर्क हो गया। हालांकि पहले दिन मौसम ने जिला प्रशासन के कदम रोक दिए। उसके बावजूद भी डीएम डॉ आशीष चौहान और एसपी पंकज भट्ट के नेतृत्व में राहत खोज बचाव की टीमें रविवार रात को त्यूणी पहुंच गई। सोमवार सुबह पूरी टीम पद्रानु से पैदल ही रवाना हुई और 20 से 25 किमी पैदल दूरी तय कर आपदा प्रभावितो के गांव पहुंचे। उसके बाद आपदा प्रभावितों को बचाने के लिए हवाई रेस्क्यू और भूमि पर भी खोज बचाव का कार्य युद्धस्तर पर शुरू हुआ। सोमवार तक आराकोट तक सड़क को दुरस्त किया गया। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा टीमें ग्रामीणों की मदद के लिए मौके पर पहुंच सके। Conclusion:वीओ-2, दोनों अधिकारियों की अच्छी अंडरस्टैंडिंग भी देखने को मिली। यही कारण रहा कि शासन की और से रेस्क्यू खोज बचाव के लिए हर प्रकार की मदद भी समय पर उपलब्ध होती गई। वहीं डीएम और एसपी ग्रामीणों के बीच पहुंचे और ग्राउंड रिपोर्ट के अनुसार रेसक्यू बचाव औऱ खोज का कार्य शुरू किया। वही माकुड़ी में सोमवार सुबह दोबारा खोज बचाव अभियान शुरू किया गया। वहीं कई गांव के पैदल मार्ग भी टीमें दुरस्त कर चुकी हैं। दोनों अधिकारी 24 घण्टे आपदा प्रभावितो के बीच रहकर उनकी समस्या का समाधान कर रहे हैं।
Last Updated : Aug 23, 2019, 3:04 PM IST
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